सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने शनिवार को प्रदेश मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर लालू-राबड़ी राज के दौरान बिहटा में बीयर की फैक्ट्री लगाने वाले बड़े कारोबारी की करोड़ों की संपत्ति तेजस्वी यादव द्वारा लिए जाने का रहस्योद्घाटन किया है.उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी के शासनकाल में अमित कात्याल की कंपनी ने बिहटा में आइसबर्ग इंडस्ट्रीज बीयर फैक्ट्री लगाई थी.उसी अमित कात्याल के नाम पर एके इंफोसिस्टम कंपनी बनाई गई और फिर लालू परिवार इस कंपनी का मालिक हो गया.वर्तमान में इस कंपनी के सौ प्रतिशत शेयर राबड़ी-तेजस्वी के पास हैं. कंपनी का काम केवल जमीन खरीदना है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में एके इंफोसिस्टम के पास 221 डिसमिल के 21 भूखंड हैं.
सुशील मोदी ने दावा किया कि जल्द ही तेजस्वी यादव द्वारा रेलवे में नौकरी के एवज में कई और संपत्ति बनाने से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करेंगे.रेलवे में नौकरी के बदले जमीन केस में मिले साक्ष्य के आधार पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की इंट्री हुई है. मोदी ने कहा कि ‘रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ मामले में राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से डी-1088 न्यू फ्रेंड्स कालोनी, नई दिल्ली के चार मंजिला मकान जिसकी कीमत 150 करोड़ है, उसके बारे में ईडी ने पूछताछ की है.
यह आलीशान मकान एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्टर्ड कार्यालय है. इसी कंपनी को महुआबाग पटना के हजारी राय ने सेल डीड नंबर 2892 दिनांक 21 फरवरी, 2007 को 9527 वर्ग फुट भूखंड 10 लाख 83 हजार में नगद भुगतान कर स्थानांतरित किया था.हजारी राय के दो भतीजे दिल चंद्र कुमार और प्रेम चंद्र कुमार को जबलपुर और कोलकाता में रेलवे में 2006 में नौकरी मिल गई.इस कंपनी के 2014 में तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी मालिक बन गए। इस कंपनी के सौ प्रतिशत शेयर राबड़ी और तेजस्वी के नाम हैं.
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