सिटी पोस्ट लाइव : आज भी आखिरकार पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान तेज प्रताप यादव ने अपना एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को आड़े हाथ ले लिया. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान मंच से ही कहा कि लगता है जगदानंद सिंह हमसे नाराज चल रहे हैं, इसलिए मेरी बातों पर हाथ उठाकर समर्थन नहीं करते. गौरतलब है कि RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप पहले भी जगदानंद का विरोध कर चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा, ‘लोग भी मेरी बातों का मजाक उड़ाते हैं। पिता के भाषण का भी मजाक उड़ता था.
स्थापना दिवस पर तेज प्रताप ने कहा- ‘पार्टी में महिलाओं को उचित स्थान दिया जाना चाहिए. महिलाओं को मंच पर बिठाया जाना चाहिए. पार्टी कार्यालय में भी महिलाओं के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है. हमारे समर्थक जब अस्पताल में भर्ती थे, उस समय मैंने कई वरिष्ठ नेताओं को फोन लगाया, लेकिन किसी ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। यह अच्छी स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा कि हर जिला अध्यक्ष के पास एक गाड़ी उपलब्ध कराई जानी चाहिए, जिससे जब किसी कार्यकर्ता या व्यक्ति को इलाज की जरूरत हो तो उसे अस्पताल तक तुरंत पहुंचाया जा सके.
तेज प्रताप ने हाल के आंदोलन को भी याद किया, जिसमें राजद समर्थकों पर डाक बंगला चौराहा के पास लाठियां चली थी. उन्होंने कहा कि उस समय उन्होंने कृष्ण बनकर अपने अर्जुन, तेजस्वी यादव की रक्षा की थी. उसमें वह भीड़ में लाठी खाने जाना चाहते थे, लेकिन उनको पीछे से खींचा गया. कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि उनका नाम हो. स्थापना दिवस के मौके पर अपने भाषण में लालू प्रसाद ने तेज प्रताप के भाषण की तारीफ की.
प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के काम-काज की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि जगदा बाबू काफी जानकारी वाले नेता हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी पर जब भी आफत आएगी सबसे पहली गोली वह खाएंगे. रविवार को ही स्थापना दिवस को लेकर हुई मीटिंग में जगदानंद सिंह का अनुशासन दिखा था. मीडिया में इसको लेकर खबरें भी छपी थी. दरअसल, तेजस्वी के आने पर सभी नेता खड़े हो गए थे, लेकिन जगदानंद सिंह कुर्सी पर ही बैठे थे.
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