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निर्दलीय प्रत्याशी का छलका दर्द, कहा ब्राह्मण समझकर, उसके नामांकन को किया रद्द

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निर्दलीय प्रत्याशी का छलका दर्द, कहा ब्राह्मण समझकर, उसके नामांकन को किया रद्द

सिटी पोस्ट लाइव : एक निर्दलीय प्रत्याशी ने 25 हजार रुपये जमाकर बड़ी उम्मीद से मधेपुरा लोकसभा से नामांकन किया था लेकिन उनका नामांकन रद्द कर दिया गया। गोपाल ठाकुर नाम के इस निर्दलीय प्रत्यासी का जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने नामांकन रद्द कर दिया है। गोपाल ठाकुर का कहना है कि उन्होंने चार सेट में अपना नामांकन किया था लेकिन उन्हें तीन सेट, तुरन्त वापिस कर दिया गया था। उनसे सिर्फ एक सेट में नामांकन के कागजात लिए गए थे। जमा सेट में 26 नम्बर कॉलम खाली रहने की वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया जबकि उनके सारे प्रस्तावकों से हस्ताक्षर भी करवा लिए गए थे।

गोपाल ठाकुर का कहना है कि उनके अलावे सभी प्रत्यासियों से चार सेट में नामांकन के लिए कागजात लिए गए थे। उन्हें दिन भर बिठाकर रखा गया और रात में नामांकन रद्द होने का उन्हें फरमान सुना दिया गया। अगर उनके तीन सेट नहीं वापिस किये गए होते,तो उनका नामांकन रद्द नहीं होता। तीनों सेट में 26 भर कॉलम भरे हुए थे ।उन्हें ब्राह्मण समझकर नकारा गया है ।चूंकि उनके वोट का असर एनडीए के प्रत्यासी को होता।

वे न्याय के लिए हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे। गौरतलब है कि गोपाल ठाकुर जबतक न्याय के लिए कोशिश शुरू करेंगे, तबतक चुनाव सम्पन्न हो जाएगा। यहाँ बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्या वजह थी कि उनसे चार सेट में नामांकन के कागजात नहीं लिए गए ? बड़े हौसले से चुनाव मैदान में उतर रहे गोपाल ठाकुर को शुरुआत में ही चुनावी समर से बाहर होना पड़ा है। अब इस लोकसभा चुनाव में बतौर नेता गोपाल ठाकुर खुद की पहचान नहीं बना सकेंगे। वाकई कुछ तो गड़बड़ झाला जरूर है।

सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट

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