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#MeToo: शत्रु ने कहा-किसी के रेप्यूटेशन ख़त्म कर देने का सबसे बड़ा जरिया फिर भी समर्थन

शॉटगन ने कहा - अपने 40 साल के करियर में किसी महिला के साथ नहीं की बदसलूकी

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#MeToo: शत्रु ने कहा-किसी के रेप्यूटेशन ख़त्म कर देने का सबसे बड़ा जरिया फिर भी समर्थन

सिटी पोस्ट लाइव : #MeToo आंदोलन के लपेटे में अबतक कई नामी हस्तियाँ आ चुकी हैं. बॉलीवुड के कई नामी हस्तियाँ लपेटे में आ चुकी हैं. कई पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं. आलोकनाथ, सुभाष घई से लेकर विकास बहल तक लपेटे में आ चुके हैं. इस आंदोलन अब लंबी ख़ामोशी के बाद बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है. शत्रु ने कहा कि  #MeToo आंदोलन एक अच्छी पहल तो है लेकिन इसके जरिये कोई भी किसी पर आरोप लगा सकता है. आरोप लगने के बाद मीडिया ट्रायल द्वारा उस व्यक्ति की नौकरी और रेप्यूटेशन खत्म हो जाती है.

शत्रुघ्न सिन्हा से जब उनके दोस्त सुभाष घई पर लगे आरोपों के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि दोष साबित नहीं होने तक वह निर्दोष हैं. मैं पूरी तरह #MeToo आंदोलन के साथ हूं. अपने 40 साल के करियर में मैंने कभी किसी भी महिला के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया है. मैं हर महिला से सम्मान के साथ व्यवहार करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं सभी पीड़ित महिलाओं से कहता हूं कि वे अदालत में जाएं और अपराधियों को दंडित करवाएं.

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह सुभाष घई के साथ भविष्य में काम करना चाहेंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर सुभाष घई दोषी नहीं साबित होते तब तो कोई बात ही नहीं. लेकिन, दोषी साबित होने के बाद जब वह अपनी सजा काट लेंगे तो मैं उनके साथ काम करूंगा. शत्रुघ्न ने कहा कि संजय दत्त सीरियस केस में आरोपी साबित हुए थे और उन्हें सजा हुई थी. लेकिन जब वह वापस आए तो हमारी बड़े दिल वाली इंडस्ट्री ने उन्हें अपनाया और हमें उनके साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं हुई.शत्रु ने कहा कि केवल आरोप लगाना ही किसी को दोषी साबित करने के लिए काफी नहीं है. आरोप साबित भी होना चाहिए.

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