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सवर्ण सेना ने ली सीएम पर चप्पल फेंकने की जिम्मेवारी, भगवत शर्मा ने कहा-एनडीए नेताओं पर अब चलेगी लाठी

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सवर्ण सेना ने ली सीएम पर चप्पल फेंकने की जिम्मेवारी, भगवत शर्मा ने कहा-एनडीए नेताओं पर अब चलेगी लाठी

सिटी पोस्ट लाइव : एनडीए नेताओं की नाक में दम कर देनेवाले सवर्ण सेना के अध्यक्ष भागवत शर्मा ने एक बहुत बड़ा एलान कर दिया है. उन्होंने सिटी पोस्ट लाइव ( यू-ट्यूब चैनल citypostlive ) के एडिटर-इन-चीफ श्रीकांत प्रत्यूष को दिए गए एक exclusive interview में कहा कि एनडीए नेताओं का विरोध का उनका कार्यक्रम चुनाव तक जारी रहेगा. भगवत शर्मा ने साफ़ लहजे में एनडीए नेताओं को सवर्ण ईलाकों में नहीं जाने की चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा कि सवर्णों के वोट से संसद पहुँचने वाले एनडीए नेता अगर क्षेत्र में वोट मांगने गए तो उनकी लाठी-डंडे से पिटाई होगी.

भगवत शर्मा ने कहा कि उन्हें दलित और आरक्षण विरोधी के रूप में पेश करने की राजनीतिक शाजिश चल रही है. उन्होंने कहा कि उनका संगठन न तो SC-ST एक्ट का विरोध करती है और ना ही आरक्षण का मुखालफत करता है. उनकी मांग बस इतनी भर है कि SC-ST एक्ट के तहत किसी की गिरफ्तारी आरोपों की सत्ययता की जांच के बाद होनी चाहिए. भगवत ने कहा कि SC-ST एक्ट के तहत लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है. सवरण और पिछड़ी जातियों के नौजवानों को झूठे मुकदमों में फंसा कर उनका करियर बर्बाद किया जा रहा है. शर्मा ने कहा कि वगैर आरोपों की सत्ययता की जांच के कैसे किसी को जेल भेंज जा सकता है?

आरक्षण पर भगवत शर्मा ने कहा कि वो आरक्षण का विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि आर्थिक आधार पर गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण की मांग क्र रहे हैं. भगवत शर्मा ने कहा कि जिस बीजेपी और जेडीयू को उनके समाज ने सत्ता में लाने के लिए सबकुछ किया ,आज उनकी नहीं सुनी जा रही है. सरकार उनके खिलाफ लगातार फैसले ले रही है. भागवत शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर चप्पल फेंके जाने की घटना की जिम्मेवारी लेते हुए कहा कि सवर्ण सेना ने ही सीएम के ऊपर चप्पल फेंकवाया था. अगर सीएम में हिम्मत है तो उन्हें गिरफ्तार कर दिखाएँ.भगवत शर्मा ने एनडीए के नेताओं के साथ साथ सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उनकी सवर्ण सेना ईंट का जबाब पत्थर से देगी.भगवत ने कहा कि अभीतक तो एनडीए नेताओं का वो शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करते आहे हैं.लेकिन अगर सरकार ने दमनात्मक तरीका अपनाया तो सवर्ण सेना भी उसी अंदाज में लाठी-डंडे से जबाब देने के लिए तैयार है.

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