संघ ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को विवादित बयानों से दूर रहने की सलाह दी
सिटी पोस्ट लाइव- कुछ दिनों से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर विवादों के कारण चर्चा में हैं. खासकर जब से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने भोपाल से उम्मीदवार बनाया है. भोपाल की यह सीट साध्वी के आने से हाई प्रोफाईल बन गई है. यहाँ से कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह भी चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन इन सब के बीच साध्वी प्रज्ञा ठाकुर एक के बाद एक विवादित बयान दे रही हैं. कुछ दिन पहले ही प्रज्ञा ठाकुर ने आतंकियों के गोली से शहीद हुए हेमंत करकरे के बारे में विवादित बयान दिया था जिसके बाद बीजेपी की काफी फजीहत हुई थी.
विरोधियों ने शहीद की शहादत के अपमान के मुद्दे को गरमाया तो बीजेपी के आला नेताओं को सामने आना पड़ा. बीजेपी ने साध्वी के बयान से किनारा करते हुए डैमेज कंट्रोल करने में जुटी ही थी कि प्रज्ञा के एक और बयान ने हलचल मचा दी. उन्होंने अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराने से जुड़ा विवादित बयान दे दिया था. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें मस्जिद ढहाए जाने पर अफसोस नहीं, बल्कि गर्व है.
साध्वी के इस बयान की भी जमकर आलोचना हुई. ऐसे में संघ और विहिप के करीबी माने जाने वाले और वाजपेयी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद ने साध्वी के बयान को गलत बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ” प्रज्ञा ने पहाड़ जैसी ग़लती की है और दिग्गी राजा के ख़िलाफ़ अपने अभियान को बहुत कमज़ोर कर लिया है, उनके इस बयान से मिलने वाली जन सहानुभूति खो दी है जो उनकी बहुत बड़ी पूंजी थी !”
लेकिन ऐसी बाते भी मिडीया में आ रही हैं कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के इस विवादित बयानों से बीजेपी के खिलाफ एक माहौल बन रहा है जिससे संघ के नेता भी परेशान हैं. उनका मानना है कि इस तरह के साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयानों से कांग्रस नेता एवं प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को फ़ायदा पहुँच सकता है. यही वजह है कि उन्हें संघ कार्यालय में बुलाकर उनसे संयम बरतने की सलाह दी है. उन्हें ऐसा कोई भी बयान देने को न कहा गया है जिससे बीजेपी को हानी हो.
जे.पी.चंद्रा की रिपोर्ट
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