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सावधान! जारी है डेंगू का कहर, इस तरह से ले ली एक लोकप्रिय अधिकारी की जान

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सावधान! जारी है डेंगू का कहर, इस तरह से ले ली एक लोकप्रिय अधिकारी की जान

सिटी पोस्ट लाइव : काफी तेज तर्रार माने जानेवाले बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सहरसा एसडीओ की मौत डेंगू से हो गई है. इस मौत से प्रशासनिक महकमे में शोक की लहर फ़ैल गई है. पटना के पारस हॉस्पिटल में उनका ईलाज चल रहा था.डॉक्टरों के लाख प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका. बुधवार की रात सृष्टि सिन्हा ने अंतिम सांस ली. उनकी मौत की खबर मिलते ही हिलसा के लोग काफी दुखी हैं. वहीं परिवार में भी कोहराम मचा हुआ है.

जानकारी के अनुसार सहरसा से पहले हिलसा में सृष्टि सिन्हा एसडीओ के पद पर तैनात थे. पिछले माह ही उनका सहरसा में तबादला हुआ था. खास बात कि वे इसी शनिवार को हिलसा के नये एसडीओ को अपना चार्ज देने आए थे. उन्हें क्या पता था कि चार्ज देने के बाद वे दोबारा सहरसा नहीं जा सकेंगे. होनी को कुछ और ही मंजूर है.

सृष्टि सिन्हा लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थे. वह अक्सर दूरदराज के गांवों में जाकर लोगों की समस्याओं को सुनते थे. जनता दरबार तो वे नियमित रूप से लगाते थे.नालंदा के डीएम डॉ त्यागराजन ने सृष्टि सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को इस घड़ी में पीड़ा सहने की शक्ति दें.

 सृष्टि सिन्हा पटना के पुनपुन थाना क्षेत्र के रहनेवाले थे. उनका लखना गांव में अपना पैतृक आवास है. पिछले माह बड़े पैमाने पर हुए प्रशासनिक अफसरों के तबादले में उन्हें हिलसा से सहरसा जिला भेजा गया था. शनिवार को ही शाम में उन्हें तेज बुखार आया और रात तक उनकी हालत गंभीर हो गयी. ब्लड टेस्ट में डेंगू की पुष्टि हुई. इसके बाद रविवार को उन्हें पटना के राजा बाजार स्थित प्राइवेट क्लिनिक में एडमिट कराया गया.बताया जाता है कि दो-तीन घंटे के इलाज के बाद एसडीओ को उसी दिन छोड़ दिया गया. लेकिन सोमवार को उनकी तबीयत एक बार फिर बिगड़ गयी. फिर से उन्हें उसी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. तब से वे क्लिनिक में ही एडमिट थे. और, बुधवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली.

बिहार में डेंगू जबर्दस्त ढंग से अपना पैर फैला चुका है. तमाम सरकारी दावे झूठे साबित हो रहे हैं. पिछले दिनों पटना व छपरा के दो डॉक्‍टरों की डेंगू से मौत हो गई, जबकि गोपालगंज की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) की भी मौत हो चुकी है. इसके बाद भी सरकार नहीं चेत रही है. पटना समेत बिहार के कइ अस्पतालों में डेंगू के सैकड़ों मरीजों का इलाज चल रहा है.

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