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राम भरोसे शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों की योग्यता जांचने वाले DPO हुआ हुए फेल

एक पन्ने के एक मामूली पत्र में ही कर डाली है 35 गलतियां, शिक्षकों ने कर दिया उजागर

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राम भरोसे शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों की योग्यता जांचने वाले DPO हुआ हुए फेल

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में शिक्षा व्यवस्था का क्या हाल है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शिक्षकों की योग्यता की परख वाले DPO ने अपने एक पत्र में ही कर डाली 35 गलतियां कर डाली .डीपीओ दुर्गा यादव द्वारा एक क्विज प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर पत्र लिखा गया. तीन नवंबर को लिखे गए इस पत्र में 35 अशुद्धियां पकड़ी गई हैं. इसमें उनका सिग्नेचर भी मौजूद है. जब शिक्षकों की योग्यता की परख करनेवाले DPO की ये हालत है तो फिर शिक्षक कैसे कमाल के होगें आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं.

वैसे भी बिहार के ‘अयोग्य शिक्षक ‘राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियां बटोर चुके हैं. लेकिन अब तो ये भी खुलासा हो गया है कि इन शिक्षकों को ‘अयोग्य’ घोषित करने वाले अधिकारी कितने ‘योग्य’ हैं ? दरअसल जहानाबाद के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी यानि डीपीओ द्वारा लिखे गए एक पत्र में 35 अशुद्धियां पकड़ी गई हैं.  डीपीओ दुर्गा यादव द्वारा पांच नवंबर को एक क्विज प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर पत्र लिखा गया. तीन नवंबर को लिखे गए इस पत्र में एक पृष्ठ पर ही 35 अशुद्धियां पकड़ी गई हैं. इसमें डीपीओ दुर्गा यादव का सिग्नेचर भी मौजूद है.

गौरतलब है कि शिक्षकों के अध्यापन कार्य की मॉनिटरिंग के साथ उनके निरीक्षण का भी अधिकार डीपीओ के पास होता है. ‘अयोग्य’ शिक्षकों को दंडित करने का भी अधिकार इनके पास है. लेकिन अब डीपीओ की गलतियां इन शिक्षकों ने ही पकड़ ली है.मामला सामने आने के बाद बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने डीपीओ पर कार्रवाई की मांग की है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे  पत्र में  उन्होंने डीपीओ को शिक्षकों के निरीक्षण कार्य से अलग करने की मांग की है. अब दुर्गा यादव द्वारा अयोग्य घोषित किए गए शिक्षकों को फिर से योग्य घोषित किये जाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है.

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