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प्रेस से उलझे पुलिस और प्रशासन के अधिकारी,विरोध में पत्रकारों ने बोला हल्ला

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प्रेस से उलझे पुलिस और प्रशासन के अधिकारी,विरोध में पत्रकारों ने बोला हल्ला

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सहरसा में इंटर की चल रही परीक्षा के दौरान रमेश झा महिला कॉलेज केंद्र पर तैनात दंडाधिकारी और पुलिस कर्मी के द्वारा हिन्दुस्तान के छायाकार के साथ बुरी तरह से दुर्व्यवहार किया गया. इस घटना से आहत स्थानीय मीडियाकर्मियों ने एकजुट होकर,पुरजोर विरोध जताते हुए बड़ी कार्रवाई की मांग की है ।मालूम हो कि इंटर की परीक्षा में रमेश झा महिला कॉलेज केंद्र के बाहर फोटोग्राफर दिनेश चौधरी फोटोग्राफी कर रहे थे ।उसी क्रम में केंद्र पर मौजूद दंडाधिकारी और हवलदार ने फोटोग्राफर के साथ बदसलूकी और हाथापाई की ।यही नहीं नाम पूछते हुए जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए भी उनको अपमानित किया.

इस घटना की खबर सुनकर शहर मेें मौजूद तमाम मीडिया कर्मी सदर थाना में पहुँचकर पहले तो धरने पर बैठकर जमकर नारेबाजी की फिर आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की ।पत्रकारों के इस हल्ला बोल की खबर मिलते ही सदर एस.डी.ओ.शंभुनाथ झा, एस.डी.पी.ओ.प्रभाकर तिवारी और थानाध्यक्ष आर.के.सिंह ने थाना पहुँचकर बबाल काट रहे मीडियाकर्मियों से बात की । मीडियाकर्मियों ने घटना क्रम की जानकारी देते हुए दुर्व्यवहार करने वाले मजिस्ट्रेट व पुलिसकर्मी पर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की ।एस.डी.ओ.और एस.डी.पी.ओ.ने वरीय अधिकारियों को तुरन्त वस्तुस्थिति से अवगत कराया ।एस.पी.राकेश कुमार ने दूरभाष पर बातचीत के दौरान कहा कि वह खुद अपने स्तर से इस मामले की जांच करेंगे.

दोषी पाये जाने वाले प्राशासनिक अधिकारी और पुलिस कर्मी पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की जाएगी ।एस.पी. से मिले आश्वासन के बाद मीडियाकर्मियों का आक्रोश शांत हुआ. धरने पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष नवीन निशांत, आलोक कुमार झा,नीरज कुमार , दीपांकर,मुकेश सिंह “चुन्नू”,राजन गुप्ता,अमरेंद्र कांत,ज्ञानमूर्ति, श्रुतिकांत,धीरज सिंह,आनद झा,मनोज ठाकुर,सिद्धार्थ,विनय कसौधन,कुमार अनुभव,विशाल कुमार,मनीष कुमार,नीरज सिंह, अमित अन्नू,कुणाल किशोर सहित दर्जनों मीडियाकर्मी मौजूद थे. बताते चलें कि कुछ तथाकथित पत्रकारों की अफसरों के बीच बैठकी और दलाली की वजह से पत्रकारों की प्रतिष्ठा में भारी गिरावट आई है ।यही नहीं कुछ पत्रकार अपना व्यक्तिगत हित साधने और अफसरों को महफूज रखवाने के लिए पत्राकारों पर मुकदमा भी कराते हैं ।ऐसे पत्रकार एफ.आई.आर. का मजमून खुद बैठकर तैयार करवाते हैं ।ऐसे घृणित और तथाकथित पत्रकारों पर भी करवाई की जरूरत है ।वैसे इस मामले में एस.पी.की कारवाई पर हमारी नजर टिकी हुई है.
पीटीएन न्यूज मीडिया के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट.

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