सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन अपनी बेटी की शादी के की तैयारी में जुटे हुए हैं.आनंद मोहन बेल लेकर जेल से बाहर आए हुए हैं. आनंद मोहन के घर पर शादी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. 10 फरवरी को सुरभि आनंद का तिलक जाना है.15 फरवरी को सुरभि आनंद और राजहंस की शादी है. इसके लिए आनंद मोहन के परिवार वालों ने VVIP और VIP गेस्ट्स के लिए स्टैंडर कार्ड छपवाया है. आमजनों के लिए लाल–पीले रंग के आम कार्ड छपवाए गए हैं.
आनंद मोहन के घर यह पहली शादी है इसीलिए घर के हर सदस्य शादी की तैयारी में जुटा हुआ है.शादी के कार्ड की बात करें तो सुरभि और राजहंस की शादी के आमंत्रण के लिए 5 तरह के कार्ड को छपवाया गया है. इसमें VVIP और VIP गेस्ट्स के लिए स्टैंडर्ड कार्ड छपवाए गए हैं.आनंद मोहन के समर्थकों और जानने वालों के लिए आम कार्ड छपवाए गए हैं. इसमें गुलाबी रंग के इनवेलेप में नीले रंग का स्टैंडर्ड कार्ड है. इसमें सुरभि आनंद और राजहंस की सगाई की एक तस्वीर लगी हुई है. इस कार्ड में सुनहरे रंग से शादी से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई है.
आनंद मोहन एक लंबे समय से जेल में बंद हैं. उनका पूरा परिवार पटना के पाटलिपुत्र स्थित घर में रहता है. ऐसे में उनका अपने गांव से दूर होना साफ दिख सकता है. लेकिन बेटी की शादी के कार्ड में आनंद मोहन के गांव का नाम, गांव से उनके जुड़ाव को साफ दिखा रहा है. शादी के कार्ड में आकांक्षी में श्री दयानंद सिंह (मोती बाबू) पंचगछिया, सहरसा लिखा हुआ है।कार्ड में वर और वधू की तस्वीर भी है.कार्ड में वर और वधू की तस्वीर भी है.शादी के कार्ड में वैवाहिक कार्यक्रमों का जिक्र नहीं है.
कार्ड के ऊपर आकर्षक डिजायन बनवाई गई है.कार्ड के ऊपर आकर्षक डिजायन बनवाई गई है.सुरभि आनंद और राजहंस सिंह की प्रोफेशनल जिंदगीआनंद मोहन जेल में रहने के बावजूद भी अपने पिता के कर्तव्यों से पीछे नही हटे हैं. सुरभि की शादी जेल में रहते हुए उन्होंने तय की. आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद पेशे से वकील हैं. वहीं उनके होने वाले दामाद राजहंस सिंह धनबाद रेलवे में ARM पद पर प्रोमोट होकर वहां कार्यरत हैं. राजहंस बिहार के मुंगेर जिले के जनमडिगरी के रहने वाले हैं.आनंद मोहन अपने जाननेवालों को खुद फोन कर शादी में आने का निमंत्रण दे रहे हैं.
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