प्रेमचंद्र मिश्रा का बड़ा आरोप, बिहार पुलिस में 9000 में से 4500 कैंडिडेट सिर्फ नालंदा के
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार पुलिस में हुई बहाली को लेकर कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने गंभीर आरोप राज्य सरकार पर लगाया है. मिश्रा का आरोप है कि बिहार में हुई पुलिस बहालियों में आधे लोग सिर्फ एक जिले नालंदा के हैं. उन्होंने कहा कि यह एक जिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृहजिला है. प्रेमचंद मिश्र ने आगे कहा कि 9000सिपाहियों में से केवल 64 सवर्ण बहाल हुए हैं और उनमे से भी मात्र 5 पुरुष हैं बाकी महिलायें हैं. मिश्रा ने सवाल किया कि इस तरह से बहाली करके नीतीश सरकार सवर्ण समाज को क्या संदेश देना चाहती है?
प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार विधानपरिषद में बोलते हुए कहा की नीतीश कुमार के मन में सवर्णों के लिए पूर्वाग्रह है. पुलिस की बहाली में सिर्फ 64 सवर्णों की बहाली इसका प्रमाण है.मिश्र इस पूरे मामले पर श्वेत पत्र लाने की मांग करते हुए कहा कि इस तरह से समाज का भला नहीं होगा. कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा और JDU के विधान पार्षद नीरज कुमार के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई. नीरज कुमार ने मिश्रा के बयान पर विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि अगर ऐसा है तो वे सदन के सामने साक्ष्य रखें. उन्होंने कहा कि विधान परिषद में इस तरह से बिना साक्ष्यों के आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं. अगर माननीय सदस्य बयान के साथ साक्ष्य भी दें तो सरकार उस पर कार्रवाई करेगी. प्रेमचंद्र मिश्रा ने नीरज कुमार को जबाब देते हुए कहा कि मैं सभी बातें ऑन रिकॉर्ड कह रहा हूं. इस पूरे मामले की जांच कराएं. उन्होंने सरकार से इस मामले पर श्वेत पत्र लाने की मांग की ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.
प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस दौरान नीतीश कुमार सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार विकास की सभी योजनाएं सिर्फ एक ही जिले के लिए चला रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह से नालंदा का विकास हो रहा है, उसी तरह से नवादा, खगड़िया में आदि जिलों का विकास क्यों नहीं हो रहा. उन्होंने कहा कि सभी उद्योग-धंधे, आईटीआई, पॉलिटेक्निक इत्यादि नालंदा में ही क्यों खोले जा रहे हैं. मुख्यमंत्री पूरे बिहार के हैं तो विकास का काम भी पूरे राज्य में बराबर तरीके से होना चाहिए.