City Post Live
NEWS 24x7

वाह रे पटना पुलिस ,दबंगों को गरीब के घर पर दिला दिया जबरन कब्ज़ा

बहादुरपुर थानेदार की करतूत ,गरीब दम्पति के घर पर दिलाया दबंगों को कब्ज़ा

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

पीड़ित दंपति बुधवार को सभी दस्तावेज के साथ जोनल आइजी नैय्यर हसनैन से मिला. आइजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बहादुरपुर थानेदार से लेकर केस के आईओ की भूमिका की जांच कर तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है. आईजी नैय्यर हसनैन ने कहा कि उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया  है.

सिटी पोस्ट लाईव :अपराध नियन्त्र का काम छोड़कर पटना पुलिस खुद अपराध करने में जुटी है.एक गरीब दम्पति के घर पर दबंगों को जबरन कब्ज़ा दिला देने और उसे झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेंज देने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है.ये आरोप लगा है बहादुरपुर थाना के थानेदार पर.पीड़ित दम्पति जब जेल से छूता तो न्याय के लिए पटना के जोनल आईजी नैय्यर हसनैन के पास पहुंचा .जब इस दम्पति ने अपने घर के सारे कागजात आईजी को दिखाया और अपने घर पर थानेदार द्वारा जबरन एक दबंग को कब्ज़ा दिला देने की कहानी बताई तो, आईजी साहब के पैर टेल जमीन खिसक गई.

पीड़ित दंपति बुधवार को सभी दस्तावेज के साथ जोनल आइजी नैय्यर हसनैन से मिला. आइजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बहादुरपुर थानेदार से लेकर केस के आईओ की भूमिका की जांच कर तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है. आईजी नैय्यर हसनैन ने कहा कि उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया  है.जांच रिपोर्ट मांगी गई है. पुलिस को पीड़ित पक्ष की बात सुननी चाहिए और निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए. जांच रिपोर्ट आने के बाद जिसकी भूमिका संदिग्ध होगी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बाजार समिति निवासी अजय खत्त्री ने सितिपोस्त लाईव को बताया कि बहादुरपुर थानाध्यक्ष ने दबंगों से मिलकर उनके घर पर जबरन कब्जा दिला दिया.थानेदार इतने पर ही नहीं रुका .उसने मेरे और मेरी पत्नी के खिलाफ झूठा केस बनाकर जेल भेज दिया. पीड़ित परिवार का कहना है कि कई वर्ष पहले वह एक कट्ठा जमीन खरीदे थे. जमीन खरीदने के बाद उस पर एक मंजिला मकान बनाया. फिर जमीन के दस्तावेज पर बैंक से लोन लेकर तीन मंजिला मकान बना दिया..पीड़ित परिवार ने सिटी पोस्ट लाईव को बिजली बिल से लेकर जमीन का दाखिल खारिज तक दिखाया, जो उनके ही नाम पर थे. अनुमंडलधिकारी द्वारा भी पीड़ित के पक्ष में निर्णय दिए जाने के दस्तावेज भी भी मौजूद हैं. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दो माह पूर्व विरोधी पक्ष  पुलिस की मदद से घर का नापी कराने के नाम पर घुस गया. इस पर दंपति ने विरोध जताते हुए अपना मालिकाना हक का पेपर भी पुलिस को दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी और घर के अन्य सदस्यों को बाहर कर लाखों की संपति को लूट लिया.

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.