सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में सियासत किस तरह से होती है ये बात तो हर कोई जानता है. लेकिन क्या तालीम के नाम पर भी सियासत होती है. ये थोड़ी नई बात मालूम पड़ती है. इसे लेकर पूर्णिया में मदरसा शिक्षा से जुड़े लोगों की जमात ने ही इसकी पोल खोल दी है. बुधवार को मदरसा तालीम से जुड़े लोगों ने मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कयूम अंसारी को बोर्ड के रीजनल ऑफिस में जलील किया. तालीम की आड़ में वोट की सियासत का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं बोर्ड के चैयरमैन को जदयू का पिछलग्गू बताया जा रहा है.
हालांकि इतनी बेईजत्ति होने के बाद चेयरमैन पीछे तो हट गए लेकिन तालीम के नाम पर सियासत की बातें चर्चा में आ चुकी है. जानकारी अनुसार मदरसा तालीम के अंदर की गड़बड़ियों को देखने के अलावे जदयू के साथ मदरसा तालीम के माध्यम से लोगों को करीब लाने की सियासत ने लोगों को भड़का दिया है. मदरसा से जुड़े लोगों ने ही हंगामा किया और बोर्ड के चेयरमैन की गाड़ी को घेरकर गो बैक के नारे लगाये. लोगों ने चेयरमैन पर जदयू के इशारे पर अंदर अंदर मुस्लिम समाज में प्रचार करने सहित कई गंभीर आरोप भी लगाये.
मदरसा शिक्षक अभ्यर्थी हिजबुर रहमान ने कहा कि मदरसा में थर्ड और फोर्थ ग्रेड के बहाली में जमकर धांधली हुई है. उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि मदरसा बोर्ड के चेयरमैन और सचिव ने अपने रिश्तेदारों की बहाली कर दी है. वहीं मदरसा संख्या 989 चपहरी के भूमिदाता कमरुज्जमा ने कहा कि उसने अपने गांव के मदरसा में जमीन दी थी. इसके बावजूद उनको उस कमिटी से हटा दिया गया और दूसरे से रुपया लेकर उन लोगों की नई कमेटी बना दी. चमीडिया ने चेयरमैन से कहा कि उनका पक्ष जानना चाहा तो पहले तो वे मुलाकात किये बिना पुलिस कवर का मौका मिलते ही भाग उठे. पूर्णिया के मदरसा बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे बिहार मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कयूम अंसारी का लोगों ने जमकर विरोध किया.
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