अपने सांसदों को प्रधानमंत्री ने दी नसीहत-‘कुछ भी बोलने से बचें, आॅफ द रिकार्ड कुछ भी नहीं होता’
सिटी पोस्ट लाइवः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सांसदों को आज नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि छपास और दिखास रोग से बचना चाहिए। अखबारों में छपने और टीवी में दिखने के लिए कुछ भी बोलने से बचें। क्योंकि बिना सोंचे समझे दिये जाने वाले बयानों से नुकसान होता है। कई अच्छे कामों की मेहनत पर पानी फिर जाता है।उन्होंनेp कहा कि यह लंबे समय की साधना का परिणाम है जो हमें जनता की सेवा करने का मौका मिला और जनता ने हमें इसके लायक समझा। इसके साथ ही जनता और सहयोगी दलों का आभार जताते हुए प्रधानमंत्री ने अपना संबोधन समाप्त किया।
पीएम मोदी ने कहा पूरा विश्व की अपेक्षाओं का केंद्र भारत है। दुनिया की अपेक्षाएं पूरा करने के लिए भारत को सामर्थ्यवान बनाना वसुधैव कुटुंबकम की भावना का कर्तव्य है। दुनिया हमसे जो अपेक्षाएं रखती है हम उसे पूरा करेंगे। जनता को विश्वास होना चाहिए कि हमने जो उससे कहा था उस दिशा में हम ईमानदारी से आगे बढ़ रहे हैं। नए सांसदों को सीख देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अहंकार से जितना दूर रहें उतना बेहतर। उन्होंने कहा कि अखबार के पन्नों से मंत्री नहीं बनते, भीतर का कार्यकर्ता जीवित रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसद ध्यान दें कि देश वीआईपी कल्चर से नफरत करता है, इससे बचें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता ने हमें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है, जो हमें निभानी है वरना अब देश माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का बड़बोलापन हमारी पूरी मेहनत बर्बाद कर देता है। दुनिया में कुछ भी श्ऑफ दि रिकॉर्डश् नहीं होता है।-प्रधानमंत्री मोदी ने जनता जनार्दन को ईश्वर का रूप बताते हुए कहा कि इस बार का चुनाव उनके लिए तीर्थयात्रा थी। उन्होंने कहा कि पहली भारत भारत की संसद में इतनी बड़ी संख्या में महिला सांसद बैठेंगी। उन्होंने कहा कि अगली बार महिला मतदाता पुरुषों से आगे निकल जाएंगी।
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