सिटी पोस्ट लाइव ( सोमनाथ ) : देश दुनिया में गरीब बच्चों को आईटीयन बनाने के लिए जाने जाने वाले मशहूर शिक्षाविद सुपर-30 के संचालक आनंद कुमार की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. छात्रों द्वारा सुपर 30 के नाम छले जाने के आरोप लगाने के बाद अब पटना हाईकोर्ट में उनके खिलाफ जनहित याचिका दायर की गयी है.पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने सुपर-30 के संचालक आनंद कुमार पर कथित फर्जीवाड़े के विरुद्ध बुधवार को पटना हाईकोर्ट में लोकहित याचिका दायर किया है. यह लोकहित याचिका पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता मणिभूषण प्रताप सेंगर ने दायर की है. दायर लोकहित याचिका में बताया गया है कि सुपर थर्टी के संचालक द्वारा बड़ी संख्या में अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की गयी है. लोकहित याचिका के माध्यम से इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की भी मांग की गयी है.
इस साल 6 जून को आईआईटी का रिजल्ट आया तो फिर आनंद सुपर-30 ने दावा किया कि उनके 30 में से 26 बच्चों ने बाजी मारी. लेकिन जब नाम सामने लाने की मांग होने लगी तो उनके ही बच्चों ने आकर उनके ऊपर फर्जीवाड़ा के आरोप लगा दिए .उनके संस्थान में पढ़ चुके छात्रों ने ही उनका पोल खोलना शुरू कर दिया.उन्होंने आरोप लगाया कि सुपर 30 में केवल आनद ने 17 बच्चों को ही पढ़ाया फिर 30 में 26 बच्चों को सफल कराने का दावा कैसे कर दिया ? ईन आरोपों का जबाब अभीतक आनंद नहीं दे पाए हैं.अब तो यह मामला जनहित याचिका के जरिये बुधवार को पटना हाईकोर्ट में भी पहुँच गया है.
गौरतलब है कि हर साल जब भी आईआईटी का रिजल्ट आता है, तो आनंद अपनी सफलताओं को लेकर मीडिया में छा जाते हैं. लेकिन इस बार मामला उल्टा पड़ गया है. इस बार वे बता नहीं पा रहे हैं कि उनके सफल बच्चे कहां हैं? हमेशा आनद की तारीफ़ छपने वाले अखबार और कहाबरिया चैनल भी उनके दावे पर उंगुली उठाने लगे हैं. दरअसल, उनके संस्थान के कुछ छात्रों ने यह आरोप लगा दिया है कि सुपर 30 के नाम पर उन्हें फांस कर उनके दूसरे व्यवसायिक कोचिंग में दाखिला लेने के लिए मजबूर कर दिया जाता है,जहाँ वो खुद नहीं पढ़ाते और ना ही वहां योग्य शिक्षक हैं.वैसे सिटी पोस्ट लाइव आनंद जैसे प्रतिष्ठित शिक्षाविद पर लगे आरोपों की सत्ययता की पुष्टि नहीं करता है. अभी तो आरोप लगे हैं, सच्चाई तो जांच के बाद ही सामने आ पायेगा?
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