सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना का टीकाकरण अभियान मजाक बन गया है..11 से 14 अप्रैल तक प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का टीका उत्सव मनाया जा रहा है.लेकिन सच्चाई ये है कि ऐसे लोग जो पहली डोज ले चुके हैं एक महीने बाद भी दूसरी डोज के लिए भटक रहे हैं. सेंटर पर सही जानकारी नहीं मिल रही है. सेंटर पर लोग दूर दूर से आ रहे हैं जो वापस जा रहे हैं.लेकिन राज्य स्वास्थ्य समिति के ED मनोज कुमार का दावा है कि वैक्सीन की कहीं कोई कमी नहीं है.
लेकिन पटना में जब सिटी पोस्ट लाइव की टीम ने कई अस्पतालों और कोरोना टीकाकरण सेंटर की पड़ताल की तो लोगों का कहना था वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल आए थे लेकिन उन्हें निराश लौटना पड़ा.उन्हें वैक्सीन नहीं लग पाई. सेंटर से कोवैक्सीन खत्म है. बताया गया है कि दो-तीन दिन में वैक्सीन का स्टॉक आएगा. बोला गया है कि पता कर लीजिएगा फिर आकर वैक्सीन ले लीजिएगा.
गर्दनीबाग हॉस्पिटल वैक्सीन की दूसरी डोज लेने पहुंचे लोगों का कहना है कि उनके परिवार के कई सदस्यों को पहली डोज लग गई है. समय पूरा हो गया तो दूसरी डोज के लिए भी सेंटर आ गए. लेकिन गर्दनीबाग में बताया गया कि वैक्सीन की डोज नहीं है. उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है.लोगों का कहना है कि सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि टीका लेने वालों को पूरी जानकारी मोबाइल पर मिल जाए और वह तय समय पर सेंटर पहुंच कर टीका लगवा लें.
पटना के एक दो नहीं अधिकतर सेंटरों पर ऐसी समस्या आ रही है. वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने से लोगों को दूसरी डोज के लिए भटकना पड़ रहा है. वैक्सीनेशन में प्रशासन जो भी निर्णय लेते है उसे आम लोगों तक नहीं पहुंचाया जाता है. जानकारी के अभाव में लोग सेंटर पर भटकते हैं. दूसरी डोज को लेकर भी ऐसा ही हो रहा है. सेंटर पर बताया जा रहा है कि वैक्सीन नहीं है जबकि अधिकारी कह रहे कोई कमी नहीं है. ऐसे में कौन सही बोल रहा यह भी पता नहीं चल पा रहा है.
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