सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त मिलेंगी 611 तरह की दवाएं.
नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी अस्पताल में ईलाज करनेवालों को मिलेगी बड़ी राहत.
सिटी पोस्ट लाइव :नये साल पर नीतीश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने वाले लोगों के हित में बड़ा फैसला लिया है. नीतीश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में अब मरीजों को 611 प्रकार की दवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराने का फैसला लिया है.अभी तक सरकारी अस्पताल के मरीजों को राज्य सरकार की ओर से 387 प्रकार की दवाएं मुफ्त में मिल रही थीं. स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कालेज अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल के साथ ही सभी प्रकार के स्वास्थ्य केंद्रों के लिए निर्धारित आवश्यक दवाओं की सूची में संशोधन कर दिया है.
प्रदेश सरकार ने दवाओं की सूची में नई जीवन रक्षक दवाओं को शामिल करने के लिए बकायदा टेक्निकल कोर कमेटी बनाई हुई है. समय-समय पर टेक्निकल कोर कमेटी की अनुशंसा पर दवाओं की सूची में नई दवाएं शामिल की जाती हैं. कुछ दवाएं ऐसी भी होती हैं जिन्हें सूची से हटाया जाता है. राज्यों की दवाओं की सूची का मानिटरिंग के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) पोर्टल भी है.
गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को आवश्यक दवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराने की योजना के कारण सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, टेली मेडिसीन सेवा। इनकी वजह से भी सरकार अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. जिसे देखते हुए लगातार दवाओं की सूची में नई जीवन रक्षक दवाएं शामिल करने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया था.
विभाग के प्रस्ताव के आलोक में टेक्निकल कोर कमेटी ने पिछले वर्ष अगस्त में, नवंबर महीने में तीन अलग-अलग बैठकें की. बैठक में पूर्व से स्वीकृत दवाओं की सूची में नई दवाओं को शामिल करने के प्रस्ताव पर मंथन किया गया. टेक्निकल कोर कमेटी ने पूर्व से स्वीकृत दवाओं की सूची में 224 अन्य जीवन रक्षक दवाओं को शामिल करने की अनुशंसा की.टेक्निकल कोर कमेटी की अनुशंसा के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली दवाओं की संशोधित सूची को स्वीकृत देकर इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
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