video – अपने समर्थकों की गिरफ्तारी के विरोध में पप्पू यादव ने किया जन-आक्रोश रैली
फतुहा बंद के दौरान अपने कार्यकर्ताओं के गिरफ्तारी और उनके खिलाफ गुंडागर्दी और पुलिस पर जानलेवा हमला किये जाने के मामले दर्ज किये जाने के विरोध में आज जन अधिकार पार्टी की तरफ से जनाक्रोश रैली का आयोजन किया गया.
सिटी पोस्ट लाइव : फतुहा बंद के दौरान अपने कार्यकर्ताओं के गिरफ्तारी और उनके खिलाफ गुंडागर्दी और पुलिस पर जानलेवा हमला किये जाने के मामले दर्ज किये जाने के विरोध में आज जन अधिकार पार्टी की तरफ से जनाक्रोश रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में भाग लेने पहुंचे जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने जमकर सरकार, पुलिस और शिक्षा माफियाओं पर हमला बोला. उन्होंने जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कहा कि निजी शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था किसके लिए है. अस्पताल और शिक्षण संसथान आज लोगों के शोषण का सबसे बड़ा जरिया बन गए हैं. देश की निजी शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था पैसा कमाने का एक जरिया बन गए हैं.पप्पू यादव ने कहा कि अधिकारियों और नौकरशाहों की मिलीभगत से यह लूट का धंधा जारी है.
पप्पू यादव ने निजी शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था को देश की जनता के लिए अभिशाप बताते हुए कहा कि जब तक सुप्रीम कोर्ट और CBSE के गाइडलाइन को निजी विद्यालय अनुपालन नहीं करेंगे तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. सांसद ने बिहार में बढ़ते अपराध पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सूबे में अपराधी बेलगाम हो गए हैं बावजूद इसके पुलिस और प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है. सांसद ने अभिमन्यू के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग दोहराते हुए कहा कि जब तक हत्यारों की सजा नहीं होगी तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे. फतुहा बंद के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की मांग दोहराते हुए सांसद का कहना था कि पुलिस की दमनकारी नीति के विरोध में उनका आंदोलन जारी रहेगा.
गौरतलब है कि एक दिन पहले अभिमन्यू हत्याकांड को लेकर जन अधिकार पार्टी के द्वारा आयोजित फतुहा बंद के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी. इस बंद के दौरान कई पुलिसवाले भी जख्मी हो गए थे . पुलिस ने इसी मामले में कल 9 लोगों को गिरफ्तार किया था और आज शनिवार को 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने कई ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर लिया था जिनका बंद से कोई लेनादेना नहीं था .कई तो कैंसर के मरीज हैं. जब पुलिस ने इन्हें आज कोर्ट में पेश किया तो कोर्ट ने भी जमकर पुलिस को फटकार लगाया .कोर्ट ने कहा कि कैंसर के मरीजों को जो बंद में शामिल ही नहीं थे ,उन्हें गुंडागर्दी के आरोप में कैसे गिरफ्तार कर लिया गया ?
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