सिटी पोस्ट लाइव: बिहारशरीफ पुलिस लाइन में एक दारोगा की आकस्मिक मौत हो गयी जिसके बाद उन्हें सम्मान नहीं मिलने से परिजनों में काफी नाराजगी है. दारोगा के परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि उन्हें कार्रवाई के संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई थी. हालांकि उनकी मौत से पुलिस महकमा में शोक की लहर है. दरअसल, पुलिस लाइन में तैनात दारोगा सोमवार को बाथरूम गए थे. वहीं गिरने के बाद अचानक बेहोश हो गए. इसके बाद सहकर्मियों ने उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. जहां, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. उनके मौत के पीछे की वजह लोग ब्रेन हैमरेज की आशंका जता रहे थे.
वहीं मौत की वजह ब्रेन हैमरेज बताई जा रही है. हालांकि, मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा. फिलहाल सम्मान नहीं मिलने व जानकारी छुपाने से नाराज परिजन न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं. मृतक दारोगा बक्सर निवासी तेज नारायण यादव के भतीजा गोपाल राय ने बताया कि 36 वर्ष से वे प्रशासनिक सेवा में थे. बावजूद उन्हें मौत के बाद भी उचित सम्मान नहीं दिया गया और ना ही उनके शव को पुलिस लाइन में सलामी दी गई.
इसके साथ ही अस्पताल में भी किसी वरीय पदाधिकारी ने उनके शव पर फूल माला अर्पित नहीं की. पुत्र आशुतोष कुमार ने बताया कि बर्खास्त होने की सूचना भी उन्हें नहीं दी गई. मौत के बाद भी विभाग के तरफ से समय पर जानकारी नहीं दी गई. नालंदा पुलिस लाइन में कार्यरत एक पुलिस के जवान ने ही उनकी मौत की सूचना फोन पर दी, जिसके बाद परिजन बिहारशरीफ पहुंचे. पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष जयगोविंद सिंह यादव ने बताया कि इस घटना से पूरा पुलिस महकमा शोकाकुल है. कार्रवाई एक कानूनी प्रक्रिया है और कानून अपना काम कर रहा है.
एसोसिएशन की तरफ से उनके परिजनों को हर संभव मदद दी जाएगी. जिला के एक विशेष कार्यक्रम होने के कारण वरीय अधिकारी नहीं पहुंच सके. बावजूद, हर परिस्थिति पर नजर रख रहे हैं. श्री राय पूर्व में नगरनौसा थाना में कार्यरत थे. जहां थाने में एक ग्रामीण की संदिग्ध मौत के मामले में उन्हें सस्पेंड किया गया था. तब से विभागीय कार्रवाई चल रही थी. हालांकि, कार्रवाई के दौरान वे कई थानों में तैनात किए गए थे. मौत की सूचना समय पर परिजनों को दी गई थी.
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