नीतीश के ‘पीके’ से भिड़ गये हें बीजेपी के नेता, गठबंधन का धर्म भी याद दिलाया है’
सिटी पोस्ट लाइवः एनडीए के दो दोस्तों की दोस्ती में थोड़ी तल्खी घुलती नजर आ रही है. भाजपा-जदयू के बीच कड़वे होते रिश्तों की वजह है पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव. दरअसल बीजेपी के कई नेताओं को जदयू के ‘पीके’ यानि प्रशांत किशोर का इलेक्शन मैनेजमेंट रास नहीं आ रहा है. छात्रसंघ चुनाव को लेकर एक तरह से कहें तो बीजेपी-जदयू आमने सामने है.
दरअसल पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में जेडीयू-बीजेपी दोनों पार्टियां खूब पसीना बहा रही है. इस चुनाव मे बाजी मारने की कवायद दोनों ओर से हो रही है. छात्रसंघ चुनाव पर कब्जा करने की जदयू को कुछ कोशिशों पर बीजेपी ने एतराज जताया है. कल बीजेपी के तीन विधायक नितिन नवीन, अरूण सिन्हा, संजीव चैरसिया और एक विधानपार्षद संजय पासवान ने प्रशांत किशोर को इवेंट मैनेजर करार देते हुए उन्हें छात्रसंघ चुनाव से दूर रहने की नसीहत दे दी थी. बीजेपी की इस नसीहत पर जदयू ने तल्ख प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी के जेडीयू पर इस हमला का आज जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने जवाब दिया है. राजीव रंजन ने कहा है कि पीयू के छात्र संघ चुनाव को गठबंधन से जोड़नी ठीक नहीं है. साथ ही राजीव रंजन ने कहा कि जेडीयू पूरी मजबूती के साथ छात्र संघ के चुनाव में उतरा है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी बीजेपी की नसीहत देते हुए कहा था कि पार्टी अपने उम्मीदवारों का समर्थन करेगी इसमें किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए. जाहिर है छात्र संघ चुनाव ने बिहार के राजनीति को एक तपिश दे दी है और कमोबेश इसमें जदयू-भाजपा के बीच के रिश्ते झुलस रहे हैं.
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