सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में जातिगत गणना कराये जाने के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में PIL दायर हो गया है.सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए भी तैयार हो गया है.नालंदा के अखिलेश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में एक PIL दाखिल कर इसे रोकने की मांग की है.इस PIL को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है. JDU के ललन सिंह ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए बीजेपी पर तीखा हमला बोला था लेकिन इसी बीच नीतीश कुमार का बयान भी दाखिल PIL पर आया है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोग याचिका दायर करते रहें, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम जनगणना नहीं करा रहे हैं हम जाति आधारित गणना करा रहे हैं.
बिहार से तमाम राजनीतिक पार्टियों के एक शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर इसकी मांग की थी. तब हम तो चाहते थे कि देश में भी जाति आधारित जनगणना हो लेकिन केंद्र सरकार ने इससे मानने से इंकार कर दिया था. नीतीश कुमार ने कहा था कि केंद्र सरकार ने हमें इस बात की इजाजत दी कि बिहार सरकार अगर चाहे तो ख़ुद से अपने पैसे से जाति आधारित गणना करा सके, तो हम करवा रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि जातिगत गणना से बिहार में किस जाति की आर्थिक और सामाजिक स्थिति क्या है सही तौर पर पता चल जाएगा और उसके बाद उस हिसाब से उनके विकास के लिए योजनाएं बनाई जा सकेंगी और उनका विकास किया जा सकेगा. केंद्र सरकार ने इससे पहले भी जाति आधारित जनगणना किया था लेकिन उसे जारी नहीं कर पाए थे उसमें कई गलतियां रह गई थी. नीतीश कुमार ने कहा कि जातिगत गणना में एक एक चीज का जायजा लिया जा रहा है कि बिहार के कितने लोग बिहार के बाहर रह रहे हैं इसकी जानकारी उनके आस पड़ोस रहने वाले लोगो से पूछ कर उनका पूरा ब्यौरा लिया जाएगा.
सीएम ने कहा कि कोरोना के दौरान जो जानकारी मिली उसके मुताबिक लगभग एक करोड़ से ज्यादा लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में रहते हैं, सबका डाटा बनाया जाएगा. पिछली बार ही कोरोना में 25 लाख लोग बिहार आए थे, तब सब व्यवस्था की गई थी लोगों को पैसा भी दिया गया था. नीतीश कुमार ने कहा कि यह हर जाति के लिए गणना हो रही है ना कि सिर्फ बैकवर्ड के लिए हो रहा है. हमने तो फॉरवर्ड को भी 10 परसेंट आरक्षण दिया है, जातिगत गणना से उनकी भी आर्थिक स्थिति का सही तरीके से पता लगाया जाएगा और उसके मुताबिक योजनाएं बनाई जाएंगी.
नीतीश कुमार ने कहा कि आज विरोधी पार्टी की तरफ से जिस तरह तरह की बातें आ रही हैं, उसे सुन हैरानी होती है. नीतीश कुमार ने कहा कि जब बिहार में जातिगत गणना की बात हुई थी तब जाति आधारित गणना का सभी पार्टियों ने एक सुर में समर्थन किया था लेकिन आज पता नहीं क्या-क्या बोल रहे है. ऑल पार्टी मीटिंग भी हुई थी उस वक्त भी किसी ने इसका विरोध नहीं किया, कोई सवाल खड़ा नहीं किया लेकिन आज उप जाति को लेकर सवाल खड़े कर रहे है उन्हें जरा सब कुछ पता कर लेना चाहिए तब बोलना चाहिए.
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