“नीतीश कुमार आधार वोट के खिसकने की आशंका से हताश हैं” – जीतेंद्र नाथ
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में 2019 चुनाव शुरू होने से पहले राजनीतिक गलियारों में बवाल मचा हुआ है. वहीँ उपेन्द्र कुशवाहा के डीएनए वाले बयान के बाद दोनों पार्टियों द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इसी बीच रालोसपा ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. रालोसपा के पार्टी प्रवक्ता जीतेंद्र नाथ ने कहा कि -“मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हताशा की स्थिति में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर आपत्तिजनक टिप्पणी दे रहे हैं.” उन्होंने कहा कि – “मुख्यमंत्री अपने आधार वोट के खिसकने की आशंका से हताश हैं और इसी बेचैनी में वे अनाप-शनाप बोल रहे हैं.”
इसके साथ ही जीतेंद्र नाथ ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि -“बिहार के अंदर पिछले तीन दशक से राजनीति के केंद्र में पिछड़े, अतिपिछड़े और दलित रहे हैं. 1994 का साल यहां की सामाजिक धारा की राजनीति का टर्निंग पॉइंट रहा है. नीतीश कुमार इसी टर्निंग पॉइंट की उपज हैं. साथ ही कुर्मी, कुशवाहा और धानुक इनका आधार वोट बैंक बनकर उभरा. यह लगभग 20 परसेंट वोट होता है.” रालोसपा प्रवक्ता जीतेंद्र नाथ ने कहा कि नीतीश कुमार के आधार वोट बैंक इन दिनों बेचैन हैं. वे खुले तौर पर विकल्प तलाश रहे हैं. इतना ही नहीं, अब ये वोट बैंक उपेंद्र कुशवाहा में अपना भविष्य देखने लगे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने आधार वोट से आने वाले दूसरी पंक्ति के नेताओं को पनपने नहीं दिया है. ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा की चुनौती इन्हें नहीं पच रही है.”
उन्होंने कहा कि -“उपेंद्र कुशवाहा 2019 की लोकसभा और 2020 की विधानसभा को ध्यान में रखकर न सिर्फ शिक्षा की बेहतरी और न्यायपालिका में आरक्षण जैसे सवाल पर नियमित आंदोलन कर रहे हैं, बल्कि सोशल इंजीनियरिंग पर भी जोर दे रहे हैं. पिछले दिनों मंडल जयंती के बहाने खीर पॉलिटिक्स भी करते दिखाई पड़े. कुशवाहा की सोशल इंजीनियरिंग का सबसे अधिक खामियाजा नीतीश कुमार को उठाना पड़ रहा है. गौरतलब है कि शनिवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश से कुशवाहा द्वारा उनके बारे में दिये गये वक्तव्य पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने (नीतीश) कहा था कि कहां सवाल जवाब का स्तर इतना नीचे ले जा रहे हैं. इससे पहले रालोसपा प्रमुख ने आरोप लगाया था कि,’नीतीश कुमार जी मुझे ‘नीच’ कहते हैं. मैं इस मंच से बडे भाई नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि उपेंद्र कुशवाहा इसलिए ‘नीच’ है, क्योंकि वह दलित, पिछड़ा और गरीब नौजवानों को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाना चाहता है’. हम पिछड़ा व अति पिछड़े की बातों और उनके हितों को उठाते हैं इसलिए ‘नीच’ हैं. सामाजिक न्याय की बात करते हैं इसलिए उपेंद्र कुशवाहा ‘नीच’ है. गरीब घर के बच्चे कैसे पढे, इसके लिए अभियान चलाते है तो क्या उपेंद्र कुशवाहा इसके लिए ‘नीच’ है.”
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