तेज गति रोकने के लिए सीसीटीवी से मॉनिटरिंग करें और नियम तोड़ने वालों का चलान करें : रघुवर दास
झारखंड मंत्रालय में आयोजित राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने दिये कई निर्देश
तेज गति रोकने के लिए सीसीटीवी से मॉनिटरिंग करें और नियम तोड़ने वालों का चलान करें : रघुवर दास
सिटी पोस्ट लाइव, रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए अधिकारियों को यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया हैं। उन्होंने कहा कि मानव जीवन बहुत कीमती है। सड़क दुर्घटना को न्यूनतम करने का प्रयास करें। दुर्घटना में मृत्यु होने से परिवार टूट जाता है। जिन स्थानों पर ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं, उन स्थानों पर एक किमी पहले से ही साइनेज आदि के माध्यम से लोगों को सचेत करें। तेज गति रोकने के लिए सीसीटीवी से मॉनिटरिंग करें और नियम तोड़ने वालों का चलान करें। दास शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय में आयोजित राज्य सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी वाहनों की अधिकतम गति सीमा हाइवे पर 70 किमी प्रति घं तथा रिहाइशी क्षेत्रों में 40 किमी प्रति घंटे से ज्यादा न हो। इसी प्रकार दोपहिया वाहनों के लिए यह सीमा 60 किमी प्रति घंटा तथा 40 किमी प्रति घंटा से ज्यादा न हो। लोगों को इसके प्रति सचेत करने के लिए जगह-जगह स्पीड से संबंधित होर्डिंग लगायें। बैठक में मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह, पथ सचिव के के सोन, परिवहन सचिव प्रवीण टोप्पो, सदस्य ललित ओझा, राम बांगड़ समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे।
दुर्घटना रोकने के लिए हेलमेट पहनना कड़ाई से लागू करें
मुख्यमंत्री दास ने कहा कि सबसे ज्यादा मौतें दोपहिया वाहन चालकों की होती है। इसे रोकने के लिए हेलमेट पहनना कड़ाई से लागू करें। लोगों को जागरूक भी करें। जिन स्कूलों के बच्चे दोपहिया वाहनों से स्कूल जाते हैं, उनपर विशेष ध्यान रखें। लोगों को ओवरटेक करने से भी रोकने के लिए जागरूक करें। ओवरटेक कर 2-4 मिनट बचाये जा सकते हैं, लेकिन कीमती जान को जोखिम में डालकर चलते हैं।
हाइवे एंबुलेंस की संख्या बढ़ायें और उसे 108 से जोड़ें, जागरूकता के लिए अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाइवे पर एंबुलेंस की संख्या बढ़ायें। उन एंबुलेंस को भी 108 से जोड़ दें, ताकि कम से कम समय में दुर्घटना स्थल तक पहुंचा जा सके। समय पर इलाज मिलने पर ज्यादातर लोगों की जान बचायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए रन फॉर सेफ्टी के नाम से अभियान चलायें। साप्ताहिक कार्यक्रम बनायें।
हाइवे पेट्रोलिंग सीट बेल्ट-स्पीड की जांच करे, लेकिन चालान नहीं काटेगी
सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलायें। हाइवे पर पेट्रोलिंग करायें। वाहन चालकों के सीट बेल्ट और स्पीड आदि की जांच करायें, लेकिन वे (हाइवे पेट्रोलिंग) चालान नहीं काटेंगे। वे किसी प्रकार की वसूली भी नहीं करेंगे। शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
झारखंड में 143 ब्लैक स्पॉट चिह्नित
बैठक में बताया गया कि झारखंड में 143 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किये गये हैं। इन स्थानों पर विशेष काम किये जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि इस वर्ष की तीसरी तिमाही में दुर्घटना तथा मृत्यु दर में कमी आयी है। ड्रंक एंड ड्राइव के लिए भी विशेष अभियान चलाये जाते रहे हैं। हेलमेट और सीट बेल्ट की जांच भी कड़ाई से की जा रही है।
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