सिटी पोस्ट लाइव : अब भारत में कुंडली के मिलान से नहीं बल्कि हेल्थ कार्ड के आधार पर शादी तय होगी.केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुंडली की जगह हेल्थ कार्ड बना रही है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया के अनुसार हमारे देश में कुछ ऐसी बीमारी है जिससे यदि पुरुष और महिला संक्रमित है तो उसका असर उसके बच्चे पर होगा.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जल्द ही सभी लोगों का एक हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा जिसमें शख्स की बीमारी से जुड़ी पूरी जानकारी उसमें लोड रहेगी.
हमारे समाज में पारम्परिक तौर पर शादी के समय लड़का और लडकी की कुंडली मिलायी जाती है. अधिकतर गुणों मिलने के बाद ही शादी की जाती है. लेकिन अब इस हेल्थ कार्ड को शादी के पहले चेक किया जाएगा.डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि ऐसी ही बीमारी सिकल सेल एनीमिया की है. इसे ध्यान में रखते हुए ट्राइबल लोगों के लिए खास तौर पर हेल्थ कार्ड जारी किया जा रहा है.मकसद सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारी पर काबू पाना है.
सिकल सेल एनीमिया बीमारी खास तौर पर ट्राइबल बच्च्चों में होती है. इस बीमारी का असर ऐसा है कि बच्चा एक उम्र की सीमा पार करके उसके जीवन की संभावना काफी कम रह जाती है. इसे ध्यान में रखते हुए नया टेस्ट और कार्ड शुरू किया जा रहा है. जिससे कि लड़का और लड़की का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है जिससे कि इस तरह की बीमारी का पता लगाया जा सके और अगली पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाया जा सके.डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि अधिकतर ट्राइबल इलाके के लोगो में यह बीमारी होती है. ऐसे में ट्राइबल लोगों में पहले यह टेस्ट शुरू किया जाएगा. यदि दोनो की रिपोर्ट पोसेटिव आयी तो उन्हें बच्चा नहीं करने की सलाह दी जाएगी.
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