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मांझी ने कहा-2020 में कौन होगा सीएम का चेहरा,समीक्षा बैठक से होगा तय

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मांझी ने कहा-2020 में कौन होगा सीएम का चेहरा,समीक्षा बैठक से होगा तय

सिटी पोस्ट लाइव- लोकसभा चुनावों में महा गठबंधन की करारी हार के बाद से राजद के सहयोगी दलों के सुर अब बदलने लगे हैं. दरअसल हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के मुखिया जीतनराम ने एक बड़ा बयान दे दिया है. यह बयान उन्होंने पटना में पार्टी की समीक्षा बैठक के दौरान अपने आवास पर कही. उन्होंने साफ़ कहा कि वे चुनाव से पहले जरूर कहते थें कि तेजस्वी यादव ही सीएम के उम्मीदवार होंगे.

लेकिन अब चुनाव में हार हुई है. सभी दल एक साथ बैठेंगे और इस पर विचार होगा कि आखिर चेहरा कौन होगा.जाहिर है कि मांझी महागठबंधन की समीक्षा बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे. दिल्ली में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मांझी ने कहा अभी और भी बैठकें होंगी जिसमें सब कोई मिलजुलकर बातचीत करेंगे. चुनाव हारने पर चर्चा होगी. बैठक से पहले हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने खास बात करते हुए कहा कि क्या खोया क्या पाया के थीम पर पार्टी सुप्रीमो के निर्देश पर यह बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में हार और जीत पर समीक्षा की जाएगी.

हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि इस बैठक में हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. वहीं लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के साथ ही साथ सभी नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. लोकसभा चुनाव में क्यों हार हुई इस बात पर चर्चा होगी. वहीं महागठबंधन की बैठक में जीतनराम मांझी के नहीं शामिल होने पर भी दानिश रिजवान ने रफाई दी है. उन्होंने कहा कि इलाज के सिलसिले से वो दिल्ली में थे. यही वजह रही कि वो बैठक में शामिल नहीं हो सके.

दानिश रिजवान ने महागठबंधन की एकजुटता पर बोलते हुए कहा कि हम एक साथ हैं. दिल्ली में होने की वजह से वो बैठक में शामिल नहीं हुए लेकिन आगे की बैठक में जरूर शामिल होंगे. इससे पहले दानिश रिजवान की तरफ से राजद के सीनियर लीडर रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर सवाल खड़े किए गए थे. वहीं कोई भी बयान सोशल मीडिया में जारी करने से बचने की सलाह दी गई थी. और आज एकजुटता की बात की जा रही है.

मालूम हो कि इस बार बिहार के 40 लोकसभा सीटों पर राजद,कांग्रेस ,रालोसपा,वीआईपी पार्टी के साथ हम पार्टी भी मिलकर चुनाव लड़ी थी. लेकिन महागठबंधन की बुरी तरीके से हार हुई और कांग्रेस को छोड़कर कोई भी महागठबंधन की सहयोगी पार्टी जीत नही दर्ज कर सकी. वह भी कांग्रेस मात्र एक सीट जीत सकी बाकी सभी सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की.
                                                                                                                                                                जे.पी.चंद्रा की रिपोर्ट

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