शराबबंदी पर मांझी ने उठाया सवाल, कहा-अधिकारियों को फायदा, गरीबों का नुकसान
रामायण में हैं अच्छी बातें, सबको करना चाहिए अनुसरण, पाठ्यक्रम में शामिल हो तो करेगें स्वागत.
सिटी पोस्ट लाइव :रामायण और राम को नकारने के बाद लोगों के निशाने पर आये हम पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने सफाई दी है.उन्होंने कहा है कि हमने राम का विरोध कहां किया हमने तो यह कहा कि हम राम को नहीं मानते हैं. हम तो बस प्रकृति को मानते हैं. भगवान हैं इसमें कोई शक नहीं है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा कि रामायण में बहुत अच्छी बातें कही गई हैं जिसका हम सभी को अनुसरण करना चाहिए. मध्य प्रदेश में रामायण पढ़ाने की बात कही गई है. बिहार में भी रामायण पढ़ाई जाए तो मैं इस निर्णय का स्वागत करूंगा.
लेकिन रामायण पर सफाई देने के बाद मांझी ने नीतीश कुमार के शराबबंदी पर बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी अच्छी पहल है, लेकिन इससे शराब की अवैध बिक्री बढ़ी है.उन्होंने कहा कि शराबबंदी से ज्यादातर अधिकारियों को ही फायदा हुआ, गरीबों को नुकसान है. उन्हें काफी ज्यादा दाम देना पड़ता है, जिनका शराब चुलाई रोजगार है उन्हें दूसरा रोजगार मिले और वे शराब से तौबा करें. इसके लिए जागरूकता की जरूरत है. शराबबंदी के बाद लाखों लोग आधा-एक लीटर शराब के चलते जेल में बंद हैं.
मढ़ौरा के भावलपुर में एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर बिहार सरकार दृढ़ संकल्पित है. सर्वदलीय बैठक के बाद 11 सदस्यीय टीम प्रधानमंत्री से मिल चुकी है, जिसमें वह भी शामिल थे.उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार मजबूत है और पांच वर्षों तक चलेगी. सरकार गिरने का कोई सवाल ही नहीं है. कुछ दूसरी पार्टी के नेता अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के लिए ऐसा बोलते हैं.चिराग पासवान और तेजस्वी यादव के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि चिराग एनडीए के हिस्सा रहे हैं, दोनों ही युवा हैं और यदि एक फ्रंट पर काम करना चाहते हैं तो किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
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