मांझी अब 5 सीटों की मांग पर अड़े, कहा- हमारा जानाधार कांग्रेस से कम नहीं
सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव में महज कुछ दिन बचे हैं, लेकिन महागठबंधन में अबतक सीटों का मसला नहीं सुलझा है. जहां एकतरफ कांग्रेस ने अपने 11 उम्मीदवारों की लिस्ट राहुल गांधी को भेज चुकी है, तो वहीँ हम अब पांच सीटों की मांग को लेकर अड़ गए हैं. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख ने एक बार फिर साफ किया है कि वे 5 सीटों से कम पर नहीं मानेंगे और यह किसी भी लिहाज से गलत नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने अपनी मांग गठबंधन को बता दी है. कुछ सीटों पर स्थिति साफ होना बाकी है. उन्होंने कहा कि हम अपने जनाधार के अनुसार सीटें मांग रहे हैं और हमारा जानाधार कांग्रेस से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि फाइनल फैसला 18 मार्च के बाद होगा.
बता दें कभी रालोसपा से ज्यादा तो कभी कांग्रेस से ज्यादा सीटों की मांग करने वाले जीतनराम मांझी को तीन सीटें फाइनल कर दी गई है. पार्टी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक के बाद अधयक्ष संतोष मांझी ने ने जानकारी दी कि बोर्ड के 11 सदस्य इसमें शामिल हुए और जीतन राम मांझी को हर फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया. उन्होंने कहा कि हमारी 5 सीटों की मांग है, लेकिन अब तक 3 सीटों पर ही सहमति बनी है. बाकी सीटों पर बातचीत हो रही है. मांझी ने कहा कि कांग्रेस पहले 20 सीट पर चुनाव लड़ने की बात कर रही थी अब वह 11 सीट के लिए तैयार है. इसी तरह राजद 22 सीट की बात कर रही थी अब 18 सीट की चर्चा है. इस तरह संख्या घटती-बढ़ती रहती है. राजद और कांग्रेस के बाद हम सबसे बड़ी पार्टी है. इसलिए हम को राजद और कांग्रेस के बाद सबसे अधिक सीट मिलनी चाहिए.
जाहिर है जो बातें अबतक साफ़ हो पाई है उससे ऐसा लग रहा है कि महागठबंधन में शायद कोई अंदरूनी तूफान उठने वाला है. क्योंकि आज सुबह तेजस्वी ने भी अपने सहयोगियों को हडकाते हुए ट्वीट किया था कि अगर आप चंद सीटों के लिए अपना अहंकार नहीं छोड़ेंगे तो देश में आम चुनाव कभी नहीं होंगे. तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि देश में अभूतपूर्व संवैधानिक संकट है, अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चूक हुई देश में आम चुनाव होंगे या नहीं होंगे कोई नहीं जानता. क्योंकि एकतरफ मांझी तो दूसरी तरफ कांग्रेस ऊपर से जो छोटे छोटे राजनीतिक दल हैं वो अलग. सभी की मांगों को पूरा करना बेहद मुश्किल है. देखना है कि क्या मांझी को खुश कर पाते हैं या अन्य दल नाराज होते हैं.
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