मंजर अालम पटना से गिरफ्तार, AK-47 रायफल्स की तस्करी का है मास्टर माइंड
सिटी पोस्ट लाइव : AK-47 राइफल की तस्करी के मामले में पटना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पटना पुलिस ने मुख्य आरोपी मंजर आलम उर्फ मनजी को पटना के बुद्धा कॉलोनी से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के समय उसके पास से मुंगेरी पिस्टल भी बरामद हुआ है.पटना पुलिस के अनुसार वह पटना के बुद्धा कॉलोनी में छिपकर रह रहा था.मंजर की गिरफ्तारी के बाद एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में पूछताछ जारी है. गौरतलब है कि मंजर एके-47 की तस्करी का मास्टरमाइंड है. उसका साला मोनाजिर हज़ारीबाग़ से पकड़ा गया था, जो कि नक्सलियों को एके-47 पहुंचाने में लॉजिस्टिकल सपोर्ट देता था. पटना पुलिस ने मुख्य आरोपी मंजर आलम के पकड़े जाने की सूचना मुंगेर पुलिस को दे दी है. बिहार के मुंगेर में अब तक 20 से ज्यादा एके-47 बरामद की जा चुकी हैं.
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि उसके खिलाफ जक्कनपुर थाने में पहले से दो मामले दर्ज है. उसकी गिरफ्तारी की सूचना मुंगेर पुलिस को दे दी गई है. मुंगेर पुलिस की टीम भी पटना पहुंचने वाली है.इससे पहले अनुसंधान में जुटी पुलिस ने शेखपुरा और गया में छापेमारी कर वहां से दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में पुलिस ने मुंगेर के मकसुसपुर से भी एक अन्य हथियार तस्कर को दबोचा था. उन्हीं की निशानदेही पर पुलिस ने मनजीत को गिरफ्तार किया है.गौरतलब है कि इसकी जांच अब एनआइए कर रही है.पुलिस पदाधिकारियों को उनसे पूछताछ के दौरान अति महत्वपूर्ण जानकारियां मिली थीं. उनसे पता चला है कि जबलपुर से तस्करी कर लाई गईं एके-47 राइफलों में से 20 राइफलें अकेले मुंगेर के ही अपराधियों को बेची गई हैं.
एसपी बाबू राम ने बताया कि बीते दिनों झारखंड के रामगढ़ से गिरफ्तार कर लाए गए मंजर उर्फ मंजी खान के साले मोनाजिर से पूछताछ में अहम्मि जानकारी मिली थी.उसी जानकारी के आधार पर शेखपुरा के चेवड़ा में छापेमारी कर उत्तर प्रदेश के मऊ जिला अंतर्गत हलदरपुर थाने के जगदीशपुर निवासी आकाश को गिरफ्तार किया गया था.उसके खिलाफ मऊ जिले के थानों में आम्र्स तस्करी के कई मामले दर्ज हैं. वह शेखपुरा में एक बिजली कंपनी के लिए पोल लगाने का काम करता था. मंजर उर्फ मंजी से संपर्क में आने के बाद उसने हथियार की तस्करी शुरू कर दिया था.
मंजर पुलिस से बचने के लिए 15 -16 सितंबर तथा 20 से 25 सितंबर तक उसी के पास छिपा हुआ था. वह बातचीत के लिए आकाश के नाम से निर्गत मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस ने उसका पता लगाकर छापेमारी कर आकाश को गिरफ्तार कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि मंजर उसके पास आया था, लेकिन वह गया में सक्रिय हथियार तस्कर राजीव रंजन के साथ बाहर निकल गया. फिर क्या था पुलिस ने तत्काल वहां ताबड़तोड़ छापेमारी कर गया जिले के मेडिकल थाना क्षेत्र के शोभनबिगा में रहने वाले रामचरित्र ङ्क्षसह के पुत्र राजीव रंजन को गिरफ्तार कर लिया. वह गया जिले में हीरोडीह स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है.
पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि मंजर उसके ड्रायवर व औरंगाबाद के एक हथियार तस्कर के साथ पुलिस के पहुंचने से पहले ही निकल चुका था. राजीव रंजन गया के एक बड़े आम्र्स डीलर के माध्यम से मंजी उर्फ मंजी खान के संपर्क में आया था।. हर महीने औसतन 15 पिस्टल खरीद कर गया में महंगे दामों पर बेचने लगा था.उधर, रिमांड पर लिए गए इरफान ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि शमशेर व इमरान से एके 47 राइफल लेकर उन्हें बेचने का कार्य वही करता था. पांच एके-47 राइफल उसने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकसुसपुर निवासी सुरेश मिस्त्री उर्फ लुल्ला को बेची हैं.
उसने खुलासा किया है कि 15 AK-47 राइफलें मुंगेर के अपराधियों को बेंच चूका है. इस सूचना के बाद पुलिस ने सुरेश मिस्त्री को गिरफ्तार कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि उसने दो अपराधियों के माध्यम से सारी एके-47 राइफलें बेच दीं. उनमें से एक अपराधी अब भी जेल में बंद है तथा दूसरा जेल से बाहर है.इरफान ने अपने बयान कहा कि प्रत्येक एके-47 राइफल की बिक्री पर उसे बतौर कमीशन 25 हजार रुपये मिलते थे.इस छताछ के दौरान आठ लोगों के नाम सामने आए हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. अभी तक एनआइए की टीम मुंगेर नहीं पहुंची है. जब तक एनआइए मुंगेर नहीं आ जाती है, तब तक पुलिस अनुसंधान जारी रहेगा.
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