मगध विश्वविद्यालय के छात्रों ने रिजल्ट रोके जाने के विरोध में किया प्रदर्शन
सिटी पोस्ट लाइव : मगध विश्वविद्यालय से असम्बद्ध किये गए 28 कॉलेजों के ग्रेजुएशन थर्ड पार्ट के 86 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं का रिजल्ट रोक दिया गया है. विश्वविद्यालय की इस कार्रवाई के बाद छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. एकबार फिर छात्रों ने सड़क पर विश्वविद्यालय और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बीच सड़क पर छात्रों ने रिजल्ट जारी करने की मांग की. इससे पहले बीते रविवार को भी छात्रों ने मगध विश्वविद्यालय के बाहर जमकर बवाल काटा था.
वहीँ आज मगध विश्वविद्यालय के छात्रों ने गया के गांधी मैदान से समाहरणालय तक विरोध मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की. इस प्रदर्शन में एबीवीपी के साथ अन्य छात्र प्रतिनिधियों ने समाहरणालय गेट के पास काफी देर तक प्रदर्शन भी किया. जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन पटना हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर सरकार के स्तर से ही निदान निकलने की बात कहा रहा है. बताते चलें इस प्रदर्शन से सड़क पर गाड़ियों की लम्बी कतारें लग गई. जिसके बाद पुलिस ने किसी तरह छात्रों को समझा बुझाकर और बल प्रयोग कर जाम खुलवाया.
गौरतलब है सितंबर 2018 में छात्रों के उग्र आन्दोलन के बाद एक याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट में परीक्षा लेने की अनुमति दे दी थी. जिसके बाद इन छात्र-छात्रआों का परीक्षा भी लिया गया. लेकिन परीक्षा के बाद इन सभी 28 कॉलेज के 86 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम रोक दिए गए. इसी बात से आक्रोशित छात्रों ने फिर सड़क पर उतर कर आन्दोलन शुरू कर दिया है. इनके समर्थन में छात्र संगठन भी आगे आए हैं.
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