अब कोई भी सवर्ण महागठबंधन को वोट नहीं देगा – राम विलास पासवान
सिटी पोस्ट लाइव- सवर्णों को मिलनेवाला 10 % आरक्षण बिल लोकसभा के बाद बुधवार की रात को राज्यसभा में भी पास हो गया. बिल पास होते ही एनडीए की तरफ से नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गई है. एनडीए के सभी सहयोगी दल इसका श्रेय लेना चाहते हैं. इन नेताओं में केन्द्रीय मंत्री एवं लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने गरीब सवर्ण आरक्षण बिल को लेकर कहा है कि -“देश में ऊंची जाति के लोग भी बीच में सोचने लगे थे कि वो महागठबंधन को अपना वोट देंगे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.” पासवान ने कहा कि -“महागठबंधन को एक भी वोट नहीं मिलेगा और चुनाव में महागठबंधन जीरो पर आउट हो जाएगा.”
लोजपा प्रमुख ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि -“कांग्रेस केवल भाषणवाजी करती है. लेकिन हमलोग काम में विश्वास रखते हैं.” उन्होंने कहा कि -“लोजपा पार्टी का जब से गठन हुआ है तभी से पार्टी गरीब सवर्णों को आरक्षण देने की मांग करती रही है. यह कोई नई बात नहीं है. सरकार अचानक से यह बिल लेकर नहीं आई है. हमलोग जो कहते हैं वो हम कर के दिखाते हैं.” पासवान ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कोर्ट की गारंटी आरजेडी या दूसरे दल ही लेकर बैठे हैं. मायावती और आरजेडी को ऊंची जाति का वोट भी चाहिए और वो गाली भी देंगे. राम मंदिर के मसले पर बोलते हुए पासवान ने कहा कि -“मंदिर-मस्जिद के झगड़े का फैसला तो कोई जज ही करेगा.” इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने भी कह दिया है कि राम मंदिर के मसले का निपटारा कोर्ट से ही होगा.
आपको बता दें कि गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का मुद्दा लाकर बीजेपी ने एक तीर से कई शिकार करने की कोशिश की है. जब से नरेन्द्र मोदी की सरकार ने एससी,एसटी एक्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अध्यादेश लाकर उसे पूर्ववत रखा, तभी से सवर्ण समाज नाराज चल रहा था. कई जगह तो इस वर्ग ने हिंसक प्रदर्शन भी किया था. इसी बीच तीन राज्यों में बीजेपी की हार से इस बात को और बल मिला कि सवर्णों ने चुनाव में NoTA का प्रयोग किया है. बीजेपी के सामने सवर्ण वोटरों को साधने की एक बड़ी चुनौती थी. जिसे नरेन्द्र मोदी ने अपने मास्टर स्ट्रोक से भरपाई करने की कोशिश किया है.
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