लीची नहीं इंडो सल्फान के इस्तेमाल से मर रहे बच्चे! पूरी दुनिया में लगा है बैन!
सिटी पोस्ट लाइवः मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की सख्या 100 के पार पहुंच चुकी है। इस जानलेवा बीमारी को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां भी है। यह भी कहा जा रहा है कि यह बुखार बच्चों के लीची खाने से हो रहा है। इसको लेकर अब एक नयी बात सामने आ रही है। दरअसल बच्चों की मौत की वजह लीची नहीं है बल्कि इंडोसल्फान नाम का वह पेस्टीसाइड है जिसकी वजह से बच्चे मर रहे हैं। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शायद इस सच को स्वीकार करने से बच रहे हैं और कहा जा रहा है कि लीची खाने की वजह से बच्चे बीमार हो रहें हैं या उनकी जान जा रही है।
अगस्त 2015 में स्टोकलम कन्वेंशन में इंडोसल्फाॅन को बहुत खतरनाक पेस्टीसाइड घोषित कर इस पर पूरी दुनिया में बैन लगाया गया था। मोदी सरकार ने भी में इस प्रस्ताव का समर्थन किया था और पांच साल के लिए एक्जेम्शन की मांग की थी। केरल और कर्नाटक में इंडोसल्फान पेस्टीसाइड के इस्तेमाल पर रोक लगी है लेकिन बिहार में इस पर प्रतिबंध नहीं है और यह पेस्टीसाइड बच्चों की जान ले रहा है।
-अधिवक्ता विशाल सिन्हा
(नोट-लेखक ने तमाम श्रोतों से जानकारी इकट्ठा कर सिटी पोस्ट लाइव को दी है। यह खबर उन्हीं श्रोतों के हवाले से हैं। श्रोतों की सत्यता की पुष्टि सिटी पोस्ट लाइव नहीं करता और उससे हमारा सहमत होना भी जरूरी नहीं है।)
Comments are closed.