City Post Live
NEWS 24x7

बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता लालू यादव की तबीयत बिगड़ी

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत याचिका पर सुनवाई टलने की वजह से काफी निराश है। जेल मैनुअल के अनुसार शनिवार को तीन लोगों से मिलने की अनुमति के बावजूद आज उन्होंने किसी से भी मिलने से इनकार कर दिया। वहीं उनके स्वास्थ्य की देखरेख में लगे चिकित्सकों ने बिगड़ते स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो उन्हें डायलिसिस पर जाना पड़ सकता है।  ऐसा माना जा रहा है कि बेल पर सुनवाई टलने और बिहार चुनाव परिणाम की चिंता से लालू यादव तनाव में आ गए हैं।

रांची के रिम्स स्थित केली बंगले में इलाजरत लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य पर पिछले दो साल से अधिक समय के नजर रखने वाले मुख्य चिकित्सक डा. उमेश प्रसाद ने शनिवार को उनके स्वास्थ्य पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि उनकी किडनी का क्रिएटनीन लेवल बढ़ गया है जो अभी लेबल-4 पर है जैसे ही या लेबल-5 पर जाएगा ।लालू यादव को किडनी के लिए डायलिसिस पर जाना पड़ सकता है।  डॉक्टरों के मुताबिक उनकी तबीयत बिगड़ने का एक बड़ा कारण मानसिक तनाव है। वे बिहार चुनाव को लेकर लगातार चिंतित हैं। खाने-पीने पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।  डॉक्टरों के मुताबिक लालू यादव की 25प्रतिशत किडनी ही काम कर रही है। पहले की अपेक्षा हाल ही में इसमें 10 फीसदी की गिरावट आई है। अगर इसमें 10-12 फीसदी की और गिरावट आई तो उन्हें डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है।

इधर, शनिवार को भी झारखंड के कई इलाकों से लालू यादव के कई प्रशंसक मुलाकात करने पहुंचे, लेकिन लेकिन  किसी भी व्यक्ति को मुलाकात करने की जेल प्रशासन की ओर से नहीं दी गयी। लालू यादव से मिलने पहुंचे आरजेडी के कार्यकर्ता बताते हैं कि पिछले 2 सप्ताह से मुलाकात करने की उम्मीद में रिम्स पहुंच रहे हैं लेकिन लालू यादव से मुलाकात नहीं हो पा रही है।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि बिहार में तीसरे चरण चुनाव संपन्न हो जाने के बाद और एग्जिट पोल में महागठबंधन को मिल रही बढ़त मिलने की खबर से उनके चेहरे का तनाव कुछ कम हुआ है, लेकिन जिस तरह से उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई 27 नवंबर तक टल गयी है, ऐसी स्थिति में छठ और दीपावली जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर   अपने परिवार से दूर रहने की चिंता से भी उनके चेहरे पर मायूसी देखी जा रही है।

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.