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अपनी पुस्तक ‘लालू लीला’ में सुशील मोदी ने बनाया तेजस्वी-तेज को कार्टून कैरेक्टर

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अपनी पुस्तक ‘लालू लीला’ में सुशील मोदी ने बनाया तेजस्वी-तेज को कार्टून कैरेक्टर

सिटी पोस्ट लाइव : कभी पटना यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट पॉलिटिक्स में साथी रहे सुशील मोदी ने लालू यादव और उनके परिवार पर अप्रैल, 2017 के बाद से अब तक लगाए गए आरोपों को किताब की शक्ल दी है. इसका नाम रखा है ‘लालू लीला’. लालू यादव पर 90 के दशक में सीएम रहते अकूत अवैध संपत्ति अर्जित करने का जिक्र किया है. उनका कहना है कि एक गरीब परिवार से आगे निकला व्यक्ति कुछ ही वर्षों में चारा घोटाले से हजार करोड़ का मालिक बन बैठा. उनके मुताबिक तेजस्वी, तेज प्रताप, मीसा भारती, रागिनी, चंदा और अन्य परिजनों को भ्रष्टाचार लालू ने विरासत के तौर पर दी है.

इस किताब में लालू और कभी उनके रसोइया रहे अनवर भी शामिल हैं.किताब में लिखा गया है कि कैसे लालू यादव के एक रसोइया ने  आवामी को-ऑपरेटिव बैंक खोल दिया. सुशील मोदी का आऱोप है कि नोटबंदी लागू होने के बाद लालू परिवार ने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट अपने कबाब मंत्री के आवामी बैंक में खपा दिए और उसे व्हाइट कर दिया. सीबीआई औऱ ईडी इस मामले की जांच कर रही है. लालू लीला में कहा गया है कि लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने दूसरी की जमीन अपने नाम पर दिखाकर पटना के बेऊर इलाके में पेट्रोल पंप के लिए आवेदन किया. ये आवेदन 2011 में किया गया लेकिन धोखाधड़ी सामने आने पर 20 जुलाई, 2017 को भारत पेट्रोलियम ने आबंटन रद्द कर दिया.

सुशील मोदी ने लालू लीला के जरिए बताया है कि लालू यादव और राबड़ी देवी ने मिलकर कई शेल यानी खोखा कंपनियां बनाई. इसमें तेजस्वी और मीसा के स्वामित्व वाला मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स, एके इनफोसिस्टम, फेयर ग्रो और एबी एक्सपोर्ट्स शामिल है. एके इनफो अमित कत्याल की कंपनी थी जिसने बिहटा में बीयर फैक्ट्री लगाई. 2014 में तेजस्वी, तेज फ्रताप, चंदा यादव औऱ रागिनी इसके डायरेक्टर बने. आज इसके 100 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के पास हैं. फेयरग्रो तेजस्वी, चंदा और रागिनी के नाम से है जिसने बेली रोड पर टाटा स्टील का गेस्ट हाउस खरीदा था. लालू लीला के मुताबिक इसेक लिए पैसा सहारा समूह ने दिया. एबी एक्सपोर्ट्स के मालिक तेजस्वी और चंदा यादव हैं . इस कंपनी को पांच ज्वेलर्स ने पांच करोड़ का लोन दिया . इस पैसे से न्यू फ्रेंड्स कालोनी में एक बंगला खरीदा गया और बाद में कंपनी सिर्फ चार लाख रुपए में यादव परिवार के पास आ घई. मिशेल पैकर्स मीसा और पति शैलेश की है.

अपनी पुस्तक 'लालू लीला' में सुशील मोदी ने बनाया  तेजस्वी-तेज को कार्टून कैरेक्टर

 जिस तरह हनुमान ने सीना चीर कर दिल में बसे भगवान राम को दिखाया था उसी तर्ज पर सुशील मोदी ने लालू लीला में लालू यादव को अपना सीना चीर खड़े दिखाया है. हनुमान के सीने में राम और सीता थे. लेकिन लालू के सीने में सुशिल मोदी ने  मॉल, प्लॉट, शेयर, होटल दिखाया है. सुशील मोदी ने सबसे पहले मिट्टी घोटाले का ही खुलासा किया था जिसके बाद की घटनाओं ने बिहार में राजनीतिक भू चाल ला दिया था. लालू लीला में इसका जिक्र है कि कैसे तेजस्वी के बन रहे मॉल की मिट्टी खपाने के लिए घोटाले के तहत पटना जू में पगडंडी बनाने का खाका बनाया गया और मिट्टी सप्लाई की गई जिसकी कोई जरूरत नहीं थी.

सुशील मोदी ने किताब के जरिए ये भी बताया है कि तेजस्वी यादव लालू के ज्यादा करीब हैं और तेज प्रताप की संपत्ति अपने छोटे भाई से कम है. इस लालू लीला में और कई बड़े अहम् खुलासे मोदी ने किये हैं.इस किताब की खूब बिक्री हो रही है .लेकिन लालू यादव के समर्थक बेहद नाराज हैं. आरजेडी नेता भाई बिरेन्द्र ने इस किताब के जबाब में “ एनडीए की रासलीला” किताब लिखे जाने का एलान किया है.

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