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अपने इस राज ज्योतिष को भी क्यों धकिया दिया लालू परिवार ने ?

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सिटी पोस्ट लाइव : लालू परिवार को ज्योतिष पर बहुत विश्वास है .हमेशा यह परिवार एक गुरु की तलाश में रहा है. कभी लालू परिवार के गुरु सेटेलाईट बाबा होते थे .उन्हें धकियाकर निकला गया फिर उनके समधी जानेमाने तांत्रिक बलिराम बाबा लालू के गुरु बने. जब उनका तंत्र मंत्र भी काम नहीं आया ,तब उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया .अब देश के जानेमाने ज्योतिष के विद्वान्र शंकर चरण त्रिपाठी को अपना गुरु बनाया .गुरु तो बनाया ही साथ ही पार्टी का प्रवक्ता भी बना दिया . लेकिन अब इन्हें भी लालू परिवार ने आज सोमवार को पार्टी और परिवार दोनों से  बाहर का रास्ता दिखा दिया है. गौरतलब है कि लालू यादव ने इनके ज्योतिष विद्या से प्रभावित होकर इन्हें पार्टी का प्रवक्ता बना दिया था .लेकिन जब इनका  ज्योतिषीय ज्ञान लालू यादव को जेल जाने से नहीं बचा पाए  लालू परिवार ने उन्हें नजर-अंदाज करना शुरू कर दिया. इस उपेक्षा से पंडित जी इतने भड़के कि तेजस्वी यादव की तुलना रावण से कर दी. यहाँ तक कह दिया कि घमंड की वजह से इनका रावन जैसा ही नाश होना तय है.अब लालू परिवार ने इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

आरजेडी से अपने निष्कासन से एकबार फिर त्रिपाठी भड़क गए हैं. उन्होंने इसे पार्टी का तानाशाही रवैया करार देते हुए कहा कि  अगर उन्हें मुझे पार्टी से निकालना था उन्हें कायदे से  पहले नोटिस देकर सूचित करना चाहिए था. पंडित त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से ही पार्टी से निष्कासन की जानकारी मिली.गौरतलब है  कि पंडित शंकर चरण त्रिपाठी लालू फैमिली के राज ज्योतिषी ही नहीं बल्कि राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी थे. उन्होंने कहा कि यह फैसला लालू प्रसाद के सहमति से ही लिया गया होगा. उन्होंने कहा कि अब पार्टी में तानाशाही चल रही है और मुझे सत्य बोलने की सजा दी गई है.

हालांकि आरजेडी सूत्रों के अनुसार यह कारवाई तेजस्वी यादव के खिलाफ बोलने के कारण नहीं बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना करने के बाद किया गया है. वैसे त्रिपाठी ने अपने हाल ही के भविष्यवाणी में कहा था कि तेजस्वी यादव 22 के फेरे में हैं. ये नंबर उनके लिए ठीक नहीं है. बाबा ने कहा था कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा कि नीतीश कुमार अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बन सकते. नीतीश कुमार का अगली बार भी मुख्यमंत्री बनने का प्रबल योग है.

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