‘समान काम, समान वेतन’ पर बोले ‘कुशवाहा’-‘नियोजित शिक्षकों की मांग माने बिहार सरकार’
सिटी पोस्ट लाइवः कभी संसद में बिहार के शिक्षकों के खिलाफ बयान देकर विलेन बनने वाले रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने आज उनके पक्ष में एक बड़ा बयान दे दिया है। अपनी शिक्षा सुधार यात्रा के दौरान मोतिहारी के कचहरी चैक पर लोगों को संबोधित करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गयी। जिन शिक्षकों का काम बच्चों को पढ़ाना है वे दिल्ली जाकर केस लड़ रहे हैं। बिहार सरकार को अपना केस वापस लेना चाहिए और नियोजित शिक्षकों के ‘समान काम, समान वेतन’ की मांग को मान लेना चाहिए। आपको बता दें कि इससे पहले उपेन्द्र कुशवाहा ने संसद में यह कह दिया था कि बिहार के शिक्षकों को 1 से 100 तक की गिनती नहीं आती।
उपेन्द्र कुशवाहा के इस बयान के बाद नियोजित शिक्षक खासे नाराज हुए थे। बयान के बाद नियोजित शिक्षकों का आक्रोश इस हद तक था कि उन्होंने उपेन्द्र कुशवाहा का पुतला भी फूंका था। एक तरह से नियोजित शिक्षकों के पक्ष में बयान देकर उपेन्द्र कुशवाहा ने डैमेज कंट्रोल कर लिया है और बिहार के नियोजित शिक्षकों की नाराजगी भी दूर कर दी है। उपेन्द्र कुशवाहा के इस बयान का बिहार परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव आनंद मिश्रा ने स्वागत किया है। आनंद मिश्रा ने कहा कि देर से हीं सही लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा सही बात बोल गये हैं। ‘समान काम, समान वेतन’ की हमारी मांग जायज है और इस मांग के लिए हम लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें उम्मीद है कि देश की सर्वोच्च अदालत हमें न्याय देगी और सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिहार के नियोजित शिक्षकों के हक में होगा।
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