सदन बना कुरुक्षेत्र, नीतीश के गुस्से के बाद अब भड़कीं राबड़ी देवी.
अशोक चौधरी और राबड़ी देवी के बीच खिंचे मामले को सभापति ने आचार समिति को सौंपा.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा अशोक चौधरी को कहे जाने का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है.अपने को दलाल कहे जाने से नाराज नीतीश कैबिनेट के मंत्री अशोक चौधरी ने राबडी देबी को विधान परिषद में अनपढ़ कह दिया.फिर क्या था राबड़ी देवी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया.उन्होंने सदन में जमकर हंगामा किया और विधानसभा की कार्यवाही रोकनी पड़ी. दोपहर बाद 2:30 बजे दोबारा कार्यवाही शुरू होने के बाद भी हालात नहीं बदले तो सभापति अवधेश नारायण सिंह ने राबड़ी देवी और अशोक चौधरी के पूरे प्रकरण को विधान परिषद की आचार समिति को सौंप दिया.
गुरुवार को बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी पूर्व सीएम राबड़ी देवी के बयान पर अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि इन लोगों को पढ़ाई लिखाई से कभी कोई मतलब नहीं रहा, मुझे दलाल बोला, जिससे हमारा दलित समाज काफी आहत है. अशोक चौधरी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि हम गाली सुनने के लिए नहीं आए हैं. अशोक चौधरी के इस बयान के बाद राबड़ी देवी वैल में आकर बैठ गईं.गौरतलब है कि बुधवार को राबड़ी देवी ने विधान परिषद में सवाल किया था कि आखिर विधानसभा के सदस्य विधानसभा में क्यों नहीं आ रहे. राबड़ी देवी ने भाजपा एमएलसी पर भी कटाक्ष किया था और कहा था कि आप लात-जूते खाकर भी सरकार में बने रहिए. राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को अपमानित किए जाने का आरोप लगाया था और सवाल दर सवाल कर रही थीं. तभी नीतीश कैबिनेट के मंत्री अशोक चौधरी ने राबड़ी देवी को बीच में टोक दिया. इस पर नाराज राबड़ी देवी ने अशोक चौधरी को सत्ता का दलाल कह दिया था.
गुरुवार को अशोक चौधरी ने कहा कि हंगामे की वजह से कल मैं दलाल शब्द नहीं सुन पाया था, लेकिन मीडिया में जिस तरीके से वीडियो आया, उसके बाद पता चला. गुरुवार को जब अशोक चौधरी संबोधित कर रहे थे तब राजद विधान पार्षदों ने उनका विरोध किया था और वॉकआउट करने की धमकी तक दे डाली.अशोक चौधरी ने जबाब देते हुए कहा कि हम गाली सुनने नहीं आए हैं, जिन्हें जाना है, जा सकते हैं.अशोक चौधरी ने कहा कि राजद के लोग बोलते हैं कि दलितों का सम्मान करते हैं, लेकिन बोलते वक्त वे सब कुछ भूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि मैंने कभी तेजस्वी यादव को बुरा-भला नहीं कहा. राजद के लोग चाहते हैं कि किसी तरह से सत्ता हमारे पास हो, लेकिन उन्होंने सभी जाति को अपमानित किया है. वे समझते हैं कि हम ही श्रेष्ठ हैं.
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