कोसी बराज की हालत जर्जर, विभाग की लापरवाही दे रही बड़े हादसे को निमंत्रण
आवाजाही करने वाले हैं डरे और सहमे हुए
कोसी बराज की हालत जर्जर, विभाग की लापरवाही दे रही बड़े हादसे को निमंत्रण
सिटी पोस्ट लाइव, स्पेशल : हादसे दर हादसे के बाद भी जलसंसाधन विभाग संभलने और सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार के सुपौल जिले के कोशी बराज की मुख्य सड़क के जर्जर होने की वजह से बीते माह 20 जून को कोशी नदी में ट्रक समेत जेसीबी के गिरने से तीन मजदूर की मौत हो गयी थी। उस जर्जर सड़क की मरम्मती का कार्य आज तक नहीं हो सका है।
इसको लेकर बराज से गुजरने वाले कर्मी और आम आदमी काफी डरे-सहमे हैं। रही जल जल संसाधन विभाग के अधिकारी की बात, तो वे सबकुछ ठीक हो जायेगा का बस तकिया कलाम पढ़ रहे हैं। कोशी बराज का मुख्य सड़क तो नेपाल प्रभाग में है, लेकिन सड़क के रख-रखाव की जिम्मेदारी बिहार सरकार के जलसंसाधन विभाग के जिम्मे है। अभी बाढ़ अवधि चल रही है। बिहार सरकार के कैलेंडर के मुताबिक 15 मई से शुरू होकर 31 अक्टूबर बाढ़ अवधि है। कई महीनों से यह सड़क जर्जर होकर इतनी टूट चुकी है कि कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो हादसों को खुला निमंत्रण दे रहे हैं। यही नहीं बीते महीने 20 जून को एक जेसीबी से लदी 18 चक्के की ट्रक कोशी बराज के इसी गड्ढे की वजह से कोशी नदी में जा गिरी थी जिसमें एक दर्जन ज्यादा मजदूर सवार थे। बताते चलें की इस हादसे में तीन मजदूर की मौत भी हो गयी थी। लेकिन जल संसाधन विभाग इन तीन मजदूर की मौत से सबक नहीं ले सका और सड़क की हालात जस की तस बनी हुई है है।सम्बंधित विभागीय अधिकारी से जब हमने पूछा तो कार्यपालक अभियंता विजय कुमार सिंह ने कहा की जल्द निर्माण करवा लिया जायेगा। इलाके के लोग तीन मौत के बाद से नहीं बल्कि वर्षो से डरे- सहमे रहते हैं और विभाग की लापरवाही की पोल खोलते रहते हैं लेकिन उनके भय और पीड़ा से शासन और प्रशासन के लोगों को कोई मतलब ही नहीं रह गया है। इस गम्भीर मसले को लेकर स्थानीय लोग विभाग को कोस रहे है। बहरहाल बाढ़ की अवधि में बाढ़ से लड़ने की जगह, सड़क की मरम्मति कब होगी, यह बड़ा सवाल खड़ा है। विभाग के बड़े हाकिम कब इस सड़क को ठीक करवाते हैं, यह उनके रहमो-करम पर है।
सुपौल से संकेत सिंह की स्पेशल रिपोर्ट
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