सिटी पोस्ट लाइव : SC/ST एक्ट में एक पत्रकार को फंसाए जाने के मामले को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंभीरता से लिया है. राजस्थान के बाड़मेर के पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री ने स्वतः संज्ञान लेते हुए इस मामले की जांच पटना के आईजी नैयर हसनैन को करने को कहा है.
गौरतलब है कि बाड़मेर में पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित एक निजी चैनल के पत्रकार हैं. उन्हें एसी/एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. उनको रविवार को गिरफ्तार कर सोमवार को पटना लाया गया था. मंगलवार को कोर्ट में उनकी पेशी की गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार राजपुरोहित को वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया था. उनके खिलाफ राकेश पासवान ने एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था.पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित को मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था.
पत्रकार के परिजन पटना पहुंचे हुए हैं. उनका कहना है कि उन्हें गलत मामले में फंसाया गया है. उन्होंने इंसाफ के लिए सीएम नीतीश कुमार से गुहार लगाई तो सीएम ने भी संज्ञान लिया है. गुरुवार को पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरता से लेते हुए उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने के आदेश दे दिया है.
उधर पटना पहुंचे राजपुरोहित के परिवार काफी परेशान हैं. घर के लोगों को कहना है कि सोशल मीडिया पोस्ट के कारण यह सब साजिश रची गई है. परिवार के लोगों ने बाड़मेर की बीजेपी नेता प्रियंका चौधरी पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. हालांकि मीडिया में आ रही है खबर के अनुसार प्रियंका ने कहा है कि उसे इस मामले से कोई मतलब नहीं है. बहरहाल मामला काफी पेचीदा हो गया है.
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