सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में अतिक्रमण के नाम पर लगातार हो रहे तोड़फोड़ और गरीबों की बस्ती उजाड़े जाने को लेकर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आंदोलन करने का एलान किया है. वहीं इस आंदोलन में जीतन राम मांझी को पाटिदारों के नेता हार्दिक पटेल का भी साथ मिल गया है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिज़वान ने कहा कि -“जीतन राम माँझी के नेतृत्व में होने वाले इस आंदोलन में हार्दिक पटेल भी शामिल होंगे.”
अतिक्रमण में उजाड़े गए लोगों के समर्थन में मांझी आंदोलन की शुरूआत करेंगे. यह आंदोलन मांझी 15 सितम्बर के बाद शुरू करेंगे. दानिश ने सिटी पोस्ट लाइव से बात करते हुए बताया कि -“उच्च न्यायालय के आड़ में बिल्डरों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए सरकारी एजेंसियां दलितों और गरीबों की बस्तियों को उजाड़ रही हैं,जिसको लेकर अगले 15 सितम्बर के बाद हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा एक बड़ा जन आंदोलन की शुरूआत करेगा. उन्होंने बताया कि इस आंदोलन में विपक्षी दलों के तमाम नेताओं के साथ-साथ पाटीदार आंदोलन के प्रमुख हार्दिक पटेल को भी बुलाया जाएगा.
जीतन राम मांझी की पार्टी के नेताओं ने हार्दिक पटेल के इस निर्णय का स्वागत किया है.निश्चित तौर पर गरीबों की लड़ाई में मांझी साहब के द्वारा लिए गए इस निर्णय का सभी दलों का भी पूरा सहयोग मिलेगा. जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि – “दलितों,अतिपिछड़ों,मुसलमानों और गरीबों को सताया जा रहा है राजधानी पटना के सौंदर्यीकरण के नाम पर व्यवसायियों के व्यावसायिक प्रतिष्ठान में तोड़फोड़ किया जा रहा है. जिससे आम जनता में आक्रोश है और सरकार अपनी तानाशाही पूर्वक रवैये से उस आक्रोश को दबा रही है. जो कोई भी सरकार के फ़ैसले पर उंगली उठाने की कोशिश करता है. उसके ऊपर फ़र्ज़ी मुक़दमा दायर कर उसे गिरफ़्तार किया जा रहा है जो कहीं से लोकतांत्रिक मर्यादाओं के लिए ठीक नहीं है.”
मांझी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि – “मैं बिहार सरकार को 15 दिनों का अल्टीमेटम देता हूं. 15 दिनों के अंदर अगर कार्रवाई नहीं हुई तो सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकेंगे. बता दें कि राजधानी में अतिक्रमण को लेकर पटना हाईकोर्ट ने निगम को कड़ी फटकार लगाई थी और सभी इलाके से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था.
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