झारखंड की पहली कोरोना संक्रमित मलेशियाई महिला को रिम्स से मिली छुट्टी
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में 31 मार्च को रांची के हिन्दपीढ़ी इलाके में रहनेवाली महिला को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने की पुष्टि हुई थी। तबलीगी जमात में हिस्सा लेने आयी मलेशियाई मूल की को हिन्दपीढ़ी के ही एक मस्जिद से बाहर निकाल कर 17 विदेशी नागरिकों समेत 18 लोगों के साथ राजधानी के खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया था। 31 मार्च को जब कोरोना जांच में उस विदेशी महिला के कोविड-19 पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, तो उसे खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर से रिम्स लाया गया, लेकिन वहां से रिम्स लाने में उसने काफी हंगामा किया था, उसके पति भी साथ में रिम्स पहुंचे और वह भी अपनी पत्नी को अस्पताल में छोड़ कर बाहर नहीं जाना चाहते थे, लेकिन बाद में चिकित्सकों के समझाने के बाद महिला के पति का वापस क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया और विदेशी मूल की महिला का रिम्स के कोविड-19 के आईसोलेशन वार्ड में इलाज शुरू हुआ। प्रारंभ में इस विदेशी महिला में कोरोना वायरस का कोई लक्षण देखने को नहीं मिला, लेकिन बाद में लक्षण नजर आने लगे, तो चिकित्सकों की चिंता बढ़ गयी, उस महिला की दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिलने के बाद तीसरी जांच रिपोर्ट में निगेटिव रिजल्ट आया, तो रिम्स प्रशासन ने उसे डिस्चार्ज करने का निर्णय लिया।
इस विदेशी महिला के संपर्क में आये वेस्ट इंडीज के एक अन्य विदेशी नागरिक का इलाज भी रिम्स में चल रहा है, जबकि यह महिला हिन्दपीढ़ी में रूकी थी और उस इलाके से अब तक 33 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके है, जिसमें से दो की मौत हो चुकी है, हालांकि एक महिला की मौत कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद गंभीर बीमारियों के कारण हुई । वहीं झारखंड की पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज के स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने के बाद राज्य प्रशासन को बड़ी राहत मिली है। 57 में से 9 मरीज अब तक स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके है, जबकि दो की मौत हुई है।