सिटी पोस्ट लाइव : तारापुर विधान सभा उप-चुनाव में JDU के लिए सबसे बड़े चुनौती बने BJP नेता और मंत्री सम्राट चौधरी (Minister Samrat Choudhary) के भाई इंजीनियर रोहित चौधरी मंगलवार को JDU का दामन थाम लेंगे. ख़बर आ रही थी की शकुनी चौधरी अपने बेटे को टिकट नहीं मिलने की वजह से नाराज़ चल रहे थे. उनकी नाराज़गी JDU के लिए भारी पड़ सकती थी. लेकिन JDU के शीर्ष नेतृत्व ने शकुनी चौधरी की नाराज़गी दूर कर मना लिया और उनके रज़ामंदी के बाद उनके बेटे रोहित JDU में शामिल हो रहे है.
JDU उम्मीदवार के प्रचार में सम्राट चौधरी दिल नहीं लगा रहे थे. लेकिन अब जब उनके भाई की JDU से बात बन गई है, सम्राट चौधरी के भी पूरी ताक़त के साथ JDU उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करने की संभावना बढ़ गई है. शकुनी चौधरी की तारापुर में गहरी पकड़ है और उनकी मर्ज़ी से कुशवाहा वोटर अपना मिज़ाज बदलते है, ऐसे में JDU कोई रिस्क नही लेना चाहता था. ख़बर ये भी है कि राजद ने भी शकुनी चौधरी के बेटे पर नज़र गड़ा रखा था लेकिन बात नहीं बनी. JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सबसे पहले शकुनी चौधरी से बात की और उसके बाद नीतीश कुमार ने भी शकुनी चौधरी से बात कर उनकी नाराज़गी दूर कर दी.
तारापुर में यादव और कुशवाहा के बीच लड़ाई रहती है. शकुनी चौधरी का परिवार कुशवाहा वोटरों में अच्छी पकड़ रखता है, यही कारण है कि चुनाव की घोषणा होने से पहले हैं आरजेडी और जेडीयू दोनों की निगाहें शकुनी चौधरी पर थी. जानकारी के अनुसार 19 अक्टूबर को इंजीनियर रोहित चौधरी जदयू का दामन थामेंगे. इसके लिए तैयार है बड़े जोर शोर से जारी है. रोहित चौधरी का कहना है कि नीतीश कुमार के द्वारा बिहार में न्याय के साथ विकास से वह काफी प्रभावित हैं. उनके जेडीयू में शामिल होने का समर्थन उनके पिता शकुनी चौधरी ने भी किया है. अपने भाई सम्राट चौधरी के बीजेपी में होने पर रोहित ने कहा कि उनकी राजनीति अपनी है और मैं अपनी राजनीति करता हूं.
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