‘पीके’ और पवन वर्मा को जेडीयू ने चेताया-‘पार्टी लाइन से अलग जाकर न दें बयान’
सिटी पोस्ट लाइवः सीएबी यानि सिटीजन अमेंडमेंट बिल को लेकर पार्टी की राय से अलग राय रखने वाले प्रशांत किशोर, पवन वर्मा, एनके सिंह और गुलाम रसूल बलियावी जेसै नेताओं को जेडीयू ने चेताया है। जेडीयू ने इन नेताओं को पार्टी लाइन से अलग जाकर बयान नहीं देने को कहा है। बिहार जेडीयू अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी लाइन से अलग हटकर बोलने वालों के बयान उनके निजी हो सकते हैं, पार्टी का इससे कोई लेना -देना नहीं है.
उन्होंने ऐसे नेताओं के बारे में कहा कि पार्टी के निर्णयों पर सवाल उठाने से पहले पार्टी फोरम में गंभीर मुद्दों पर चर्चा होती है और वहां पर ही अपनी बात रखें. अलग से कोई बयान न दें. जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी का स्टैंड साफ है और हमें कोई डाउट नहीं है. लोकसभा की तरह राज्यसभा में भी हम इस बिल का समर्थन करेंगे. जब पार्टी का लाइन है तय तो फिर किसी भी पद पर बैठे व्यक्ति के अलग स्टैंड का कोई मतलब नहीं है. अधकृत राय वही है जो लोकसभा में राजीव रंजन सिंह ने रखा.
प्रशांत किशोर और पवन वर्मा समेत कई लोगों के अलग रुख़ पर उन्होंने कहा कि इस बारे में हमलोग जानकारी लेगें. नीतीश कुमार के व्यक्तित्व और नेतृत्व पर कोई सवाल सवाल नहीं है. कई दलों में लोग अलग-अलग राय रखते हैं, लेकिन अगर हर मुद्दे पर अलग राय रहेगा तो पार्टी सोचेगी. वशिष्ठ नारायण सिंह ने तेजस्वी यादव के धरना पर कहा कि नकारात्मक सोच रखने वालों को चाहिए मुद्दा जिससे लोगों के बीच में जाकर भ्रम फैलाए. इन लोगों के पास मुद्दा नहीं है और न कोई भविष्य का एजेंडा.
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