सिटी पोस्ट लाइव : खगड़िया जिले के परबत्ता विधायक व पूर्व मंत्री रामानंद सिंह के पुत्र डॉ. संजीव कुमार ने अपने जिले के एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधयक का कहना है कि उनके द्वारा एसपी अमितेश कुमार के कारनामों को रोकने की तमाम कोशिशें बेकार हो गई हैं. एसपी मनमानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब एक विधायक की यह स्थिति है, तो आम लोगों का क्या होगा? उन्होंने कहा-’एसपी पर अपराधियों से साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में जदयू के कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं. हत्यारों पर कार्रवाई नहीं हो रही. एसपी से मेरी जान को भी खतरा है.
गौरतलब है कि विधायक जी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर एसपी के कारनामे बताए हैं; उनको अक्षम व भ्रष्ट बता फौरन हटाने तथा उन पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है.उन्होंने डीजीपी को भी सारी जानकारी दे दी है डॉ. संजीव के अनुसार बीते विधानसभा चुनाव में मुझ पर जानलेवा हमला हुआ. 6 महीने से ज्यादा हो गए सिर्फ एक अपराधी पकड़ाया. अबतक इस मामले का सुपरविजन भी नहीं हुआ है. जब एमएलए की यह स्थिति है, तो ऐसे में आम आदमी की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है.
विधयक ने कहा कि जब उन्होंने डीएसपी से अपराधियों की गिरफ्तारी के बारे में पूछा तो उनका कहना था कि एसपी साहब ने मना किया हुआ है. इलाके में जदयू कार्यकर्ताओं अशोक सहनी, नरेश राम, पप्पू भगत की हत्या हुई. हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं और एसपी साहब ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है.
विधायक ने कहा कि पसराहा की मुखिया नीतू देवी को मर्डर केस में फंसा कर 4 महीने से जेल में रखा गया है। चुनाव के समय जिले के कई अफसरों ने खुलेआम मेरे विरोधी उम्मीदवार की मदद की. ट्रांसफर होने के बावजूद रीडर को रखा गया था. मकसद, उसके जरिए पैसे की वसूली है. एसपी साहेब विधयक के आरोपों पर सफाई देने को तैयार नहीं हैं.उन्होंने नो कमेन्ट कहकर जबाब टाल दिया.विधायक ने कहा कि वो अन्याय होते नहीं देख सकते. वो एसपी के खिलाफ आवाज उठाते रहेगें. उन्होंने कहा कि अगर एसपी के कारनामे पर वो मौनी बाबा बने रहे तो इतिहास उन्हें माफ़ नहीं करेगा.उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि मुख्यमंत्री उनकी बातों का संज्ञान लेंगे,भ्रष्टाचार व अपराध के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कारवाई जरुर होगी.
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