‘पीके’ के ट्वीट पर गरमाये जेडीयू नेता, अजय आलोक ने बताया राजनीतिक दलाल’
सिटी पोस्ट लाइवः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कभी जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुआ करते थे। नीतीश ने पीके को पार्टी में नंबर दो की हैसियत दी थी। सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर पीके बागी हुए तो नीतीश से रिश्ता टूटा और पार्टी से चलता कर दिये गये। नीतीश से रिश्ता टूटा तो प्रशंात किशोर का हमला उनपर और आक्रामक हो गया है। पीके नीतीश पर हमलावर रहते हैं और जेडीयू के नेता पलटवार का एक भी मौका नहीं छोड़ते। आज पीके को नीतीश पर किया गया एक तंज भारी पड़ गया है। जेडीयू के नेताओं ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हमला इतना तगड़ा है कि प्रशांत किशोर को राजनीतिक दलाल बता दिया गया है।
दरअसल प्रशांत किशोर ने बिहार से बाहर फंसे छात्रों को 1000 की अनुदान राशी देने के बिहार सरकार के फैसले को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा था। उन्होंने लिखा था-‘देश के कई हिस्सों में लाॅकडाउन की वजह से फंसे बिहार के हजारों लोगों की दशा दयनीय बनी हुई है लेकिन लाॅकडाउन की मयार्दा में बंधे नीतीश कुमार जी के पास सबके लिए एक हीं समाधान है। फंसे हुए कुछ लोगों को 1000 का अनुदान! अब इस उदारता के लिए हम सबको जीवनभर उनका आभारी होना चाहिए।अब जेडीयू के दो नेताओं ने पीके पर पलटवार किया है। जेडीयू नेता अजय आलोक ने तो उन्हें राजनीतिक दलाल बता दिया है। अजय आलोक ने लिखा है-‘काॅरपोरेट और राजनीतिक दलाली से कई सौ करोड़ कमाने वाले एक हजार रूपये के मलहम की शक्ति का अंदाज कैसे होगा? उसके लिए गरीबी का एहसास करना जरूरी है, पोवर्टी इस स्टेट आॅफ माइन्ड ऐसा कहने वालों की संगत का असर साफ दिख रहा है। छी छी कहने का भी मन नहीं करता।
दूसरी तरफ जेडीयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने भी प्रशांत किशोर के हमले पर पलटवार किया है। उन्होंने लिखा है-‘आप इस 1000 रूपये का मजाक उड़ा सकते हैं क्योंकि आप करोड़ों में खेलने वाले लोग हैं, जहां तक नीतीश कुमार जी की बात है ऐसे कई कार्य हैं कोरोना के दौरान जिसे अन्य राज्यों में भी अपनाया है। वैसे आपकी और तेजस्वी यादव की जुगलबंदी खूब दिख रही है दोनों के ट्वीट का विषय, दिन समय सब एक होता है।’
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