सिटी पोस्ट लाइव : बिहार बीजेपी के नेता केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के आरोपी से मिलाने बिहार के एक जेल पहुँच गए .वहीं झारखण्ड बीजेपी के नेता केन्द्रीय मंत्री मंत्री जयंत सिन्हा उनसे भी एक कदम आगे निकल गए. उम्र कैद की सजा काट रहे और जमानत पर छूटे मॉब लिंचिंग के आरोपियों अपने घर घर बुलाकर सम्मानित कर दिया .गौरतलब है कि मंत्री द्वारा माला पहनाकर सम्मानित किये गए इन्हीं आरोपियों पिछले साल एक मीट कारोबारी की हत्या कर दिया था .उसी मामले में वो अब उम्र कैद की सजा भी काट रहे हैं. जयंत सिन्हा ने इन्हें अपने घर बुलाकर फूलों की माला पहनाई और उनके साथ तस्वीर खिंचवाई .फिर उन्हें आदर सम्मान के साथ बिठाकर मिठाई खिलाई . अब ये तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है.
जयंत सिन्हा भारत के पूर्व वितमंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे हैं और हजारीबाग लोकसभा सीट से सांसद हैं. जिस तरह से बिहार में गिरिराज सिंह ने सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के आरोपियों के पक्ष में दलील दी और उन्हें निर्दोष बताकर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उसी तर्ज पर केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने भी इस मामले में पुलिस जांच पर सवाल दिया . उन्होंने उन्हें निर्दोष बताते हुए कहा कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. और्तलब है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा पाने के बाद सभी दोषियों ने झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. उन्हें 29 जून को जमानत भी मिल गई. बुधवार को ये लोग जय प्रकाश नारायण सेंट्रल जेल से बाहर निकल सीधे जयंत सिन्हा के घर पहुँच गए.
सवाल ये उठता है कि ईन मंत्रियों और नेताओं को क्या हो गया है कि वोट के खातिर ये किसी से हाथ मिलाने से भी संकोच नहीं कर रहे हैं ? इनकी ईन हरकतों से क्या जनता में यह सन्देश नहीं जा रहा है कि अपराधी होना शर्म की नहीं बल्कि शान की बात है ? अपराधियों को ही राजनीति में मान सम्मान है .जबतक ये कोर्ट से बरी नहीं हो जाते ,क्या आज की तारीख में ये कानून की नजर में गुनाहगार नहीं हैं, और ऐसे में क्या इनका सम्मान नेताओं द्वारा किया जाना कानून और राजनीति का माखौल उडाना नहीं है.
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने जयंत सिन्हा को निशाने पर लिया. इस मामले में यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा कि देश के 10 राज्यों में शक के आधार पर अभी तक 27 लोगों की हत्या की जा चुकी है और जयंत सिन्हा ऐसा करने वाले आरोपियो के स्वागत में लगे हैं. वहीं झारखंड में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया. उन्होंने हॉर्वड विश्वविद्यालय को भी टैग किया. उन्होंने लिखा कि आपका पूर्व छात्र इन दिनों गौ हत्या के शक में युवक की हत्या करने वाले आरोपियो को सम्मानित करने में लगे हैं. याद हो कि पिछले साल 11 लोगों को जिनमें बीजेपी का एक नेता भी शामिल था को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. पिछले साल 27 जून को लगभग 100 गोरक्षकों की भीड़ ने पशु व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी को हजारीबाग जिले के रामगढ़ में दिनदहाड़े मार डाला था. इनमें से 8 दोषियों का केंद्रीय मंत्री ने स्वागत किया, जिसकी तस्वीर सामने आई है.
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