जयपाल सिंह मुंडा के गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जायेगा: अर्जुन मुंडा
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मरांग गोमके उर्फ जयपाल सिंह मुंडा के गांव खूंटी जिले के डकरा को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जायेगा। जयपाल सिंह मुंडा का जन्मदिवस तीन जनवरी को है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं ऐसे ऐतिहासिक क्षेत्र का सांसद हूं, जहां की मिट्टी से कई आदिवासी नेताओं ने अपनी आवाज बुलंद की है।
मुंडा गुरूवार को जेल चौक स्थित अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि तीन जनवरी खूंटी के लिए महत्वपूर्ण दिवस है क्योंकि यह भगवान बिरसा मुंडा की भी धरती है। उन्होंने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा आदिवासियों के लिए झारखंड में ही नहीं पूरे देश का सबसे बड़ा चेहरा रह चुके हैं। जयपाल सिंह जैसे व्यक्तित्व वाले इंसान बिरले ही होते हैं। जिस तरह से जयपाल सिंह मुंडा ने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है, उसी तरह के राष्ट्रीय खेल हॉकी में भी देश का नाम रौशन किया है। मुंडा ने कहा कि आईसीएसई की परीक्षा पास कर नौकरी छोड़ने वाले जयपाल सिंह मुंडा ने हॉकी का नेतृत्व करते हुए ओलंपिक के मैदान पर डंका बजाया। संविधान सभा के सदस्य के नाते आदिवासी विषयों को रखा और फंडामेंटल में उल्लेख किया। उन्होंने आदिवासियों को जगाने का काम किया। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण में भी उनकी एक अहम भूमिका थी और 40 प्रतिशत भूभाग में रहने वाले आदिवासियों के लिए उन्होंने पुरजोर तरीके से अपनी आवाज संसद में बुलंद की थी। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि खूंटी के डकरा गांव को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले, इसके लिए प्रयासरत हैं। मुंडा ने कहा कि जनजातीय मंत्रालय के माध्यम से 4700 विद्यार्थी पीएचडी कर रहे हैं। उनके प्लेसमेंट का भी प्रयास चल रहा है। देशभर में आदिवासी छात्रों के शोध कार्य के लिए सरकार सहयोग कर रही है। शोध के बाद उसकी दिशा तय हो, जिन विषयों को लेकर संविधान सभा ने चर्चा किया है। आगामी दिनों में रोड मैप तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी छात्रों के लिए डिजीटल लीडरशिप के लिए बड़ी योजना बनायी गयी है। इसे लांच करने वाले हैं। ग्रामीण भारत के जनजातीय समाज को डिजीटल युग में बेहतर प्लेटफार्म बना सकें। आने वाले दिनों में केंद्र सरकार इन योजनाओं पर काम करेगी।
सीएए और एनआरसी से किसी को भी परेशान होने कि जरूरत नहीं
अर्जुन मुंडा ने कहा कि एनआरसी पर संसद में बेबाकी से सांसदों ने अपनी-अपनी राय दी है। दलगत भावना से उपर उठकर इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इससे डरने की जरूरत नहीं है। इस एक्ट को समझने और जानने की आवश्यकता है। इससे विदेश नीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मुंडा ने साफ कर दिया कि भारत के नागरिकों को सीएए और एनआरसी से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। लोगों को एनआरसी और सीएए से किसी प्रकार का भय नहीं होना चाहिए।
Comments are closed.