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सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपने-अपने 15 वर्षों के कार्यों का श्वेत पत्र जारी करें : पप्पू यादव

सरकार जनता की जान खतरे में डाल चुनाव कराने को आतुर : पप्पू यादव

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सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षों से जनता को धोखा तो दे ही रहे है। अब कोरोना वायरस जैसी महामारी में भी आम लोगों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। चिराग पासवान ने जब सरकार को आईना दिखाया तो जद(यू) के नेताओं ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया। वर्तमान सरकार जनता की जान को खतरे में डाल चुनाव कराने पर आतुर है। उक्त बातें जनअधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कही। वे अपने आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

राज्य में दलितों और पिछड़ों के राजनीति में अपर्याप्त प्रतिनिधित्व पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि जद(यू) और राजद ने हमेशा से दलितों और पिछड़े वर्गों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए किया है। फिर चाहे वो जीतन राम मांझी हो या श्याम रजक या उदय नारायण चौधरी। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपने 15-15 वर्षों के कार्यों के बारे में एक श्वेत पत्र जारी करें। जाप अध्यक्ष ने कहा कि 104 पंचायत घूमने के बाद मैं यह कह सकता हूं कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है, एक नया विकल्प चाहती है। मैं कांग्रेस से आग्रह करूंगा कि वो मीरा कुमार को आगे लाए औरराज्य की जनता के सामने एक नया विकल्प प्रस्तुत करें। मैं अब भी अपनी बात पर अडिग हूं कि बिहार का नेतृत्व किसी दलित या महादलित समुदाय का नेता करें।

कोरोना वायरस जांच में धांधली का आरोप लगाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सरकार जान बूझकर निगेटिव लोगों को पॉजिटिव कर रही है। इसलिए प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग का सचिव बनाया गया है। सरकार लोगों को महामारी में उलझा चुनाव कराना चाहती है। इससे पहले पप्पू यादव ने रंजन कुमार, नन्द सहनी,अमित कुमार, शंकर राय, शर्मिला देवी, एम डी कलीमुल्ला, ज्वाला महतो, अनिल वर्मा, अनिल यादव, सोनू , नीरज, कुम्हरार विधान सभा क्षेत्र के महेश कुमार यादव, पूनम झा, महेंद्र यादव, नागेंद्र कुमार समेत सैकड़ों युवाओं और अनुभवी नेताओं को जाप की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एज़ाज अहमद, राजेश रंजन पप्पू, मंजय लाल राय, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष अवधेश लालू और सूर्यनारायण सहनी उपस्थित थे।

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