“विशेष” : ईवीएम की अस्मत खतरे में, उपेंद्र कुशवाहा खूनी संग्राम को दे रहे हैं निमंत्रण

City Post Live - Desk

“विशेष” : ईवीएम की अस्मत खतरे में,उपेंद्र कुशवाहा खूनी संग्राम को दे रहे हैं निमंत्रण

सिटी पोस्ट लाइव : 23 मई को ईवीएम की अस्मत और आबरू पूरी तरह से खतरे में हैं ।एक तरफ चौकीदार की टीम है,तो दूसरी तरफ संविधान,लोकतंत्र और आरक्षण बचाने वाली टीम है ।छठे चरण के मतदान तक ईवीएम को लेकर देश के किसी हिस्से से कोई भ्रामक या गड़बड़ी की आशंका की कोई खबर नहीं आ रही थी ।लेकिन जैसे ही सातवें चरण का मतदान सम्पन्न हुआ,उसके बाद ईवीएम से मुतल्लिक विभिन्य तरह की अफवाहें और जानकारी खास कर के सोशल मीडिया पर आने लगी ।जब टीवी चैनल और विभिन्न बेब पोर्टलों ने एक्जिट पोल दिखाने शुरू किए, उसके बाद ईवीएम पर सवाल ऐसे उठने लगे,गोया सुनामी आने वाली है ।

पहले अफवाह यह फैलाई गई कि 20 लाख से ज्यादा ईवीएम चुनाव आयोग के संग्रहालय से गायब हो गए हैं ।उसके बाद देश के विभिन्य हिस्सों से ईवीएम से लदी गाड़ियों के पकड़ने की खबर आई ।बताया यह जा रहा था कि कब्जे में लिए गए ईवीएम,बदलने के लिए ले जाये जा रहे थे ।बिहार के सारण में भी राजद के नेताओं ने ऐसी ही एक गाड़ी को कब्जे में लेकर अफवाह फैलाई ।बाद में पता चला कि वे सारे ईवीएम प्रशिक्षण वाले थे ।

चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर हंगामा

23 मई यानि कल चुनाव के नतीजे आने हैं ।उससे पहले विपक्ष ने देश के चुनावी चौकीदार चुनाव आयोग की चौकीदारी पर ही तल्खी से सवाल उठाए हैं ।बीते 21 मई को ऐसी तस्वीर सामने आई,जो ऐतिहासिक थी । ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था चुनाव आयोग के खिलाफ विपक्ष के 22 दलों के नेताओं ने प्रदर्शन किए ।कुछ लोग 22 मई को भी चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर पोस्टर-बैनर लेकर आए गए । जमकर नारेबाजी की ।चुनाव आयोग पर कई तरह के आरोप लगाए गए और कई सुझाव भी दिए ।इन सुझावों पर गौर करने के लिए,चुनाव आयोग ने इसके लिए एक आपातकालीन बैठक भी की ।ईवीएम को एक तरह से सभी दल के नेताओं ने निशाने पर ले रखा है ।इसी बीच 21 मई को रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आपा खोते हुए कहा कि चुनाव परिणाम में किसी तरह की गड़बड़ी हुई,तो सड़कों पर लहू बहेंगे ।

कुशवाहा के इस सामाजिक खूनी संग्राम वाले बयान से पूरी सियासत गरमा गई है ।रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा द्वारा खूनी संघर्ष की बात कहे जाने के ठीक अगले दिन ही उनके समर्थन में एक नेता जी हथियार के साथ मैदान में उतर गए ।भभुआ के पूर्व विधायक और फिलहाल बक्सर लोकसभा सीट से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे रामचन्द्र यादव ने अपने प्रेसवार्ता में ना केवल हथियार लहराया बल्कि बेहद आपत्तिजनक बयान भी दिए ।हथियार लहराते हुए यादव ने यहां तक कह दिया कि हम लोकतंत्र को बचाने के लिए गोली चलाने को तैयार हैं ।

हमें बस महागठबंधन के नेता आदेश दें । उपेंद्र कुशवाहा ने 21 मई को पटना में लोगों से हिंसक अपील कर डाली थी ।उन्होंने एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए साफ कहा था कि ‘पहले बूथ लूट और अब रिजल्ट लूट’ की तैयारी चल रही है ।अगर रिजल्ट लूट की घटना हुई तो महागठबंधन के नेताओं से आग्रह है कि अगर हथियार भी उठाना हो,तो वे हथियार उठा लें ।सड़कों पर खून बहेगा ।उपेंद्र कुशवाहा के पक्ष में राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए क्रांति आ सकती है ।

एनडीए ने दिया जबाब

उपेंद्र कुशवाहा के इस हिंसक बयान पर,सबसे पहले जेडीयू ने पलटवार करते हुए कहा कि हमने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं ।फिर एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान भी उसी तेवर में जवाब दे रहे हैं ।उन्होंने कहा कि हमने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि डिफेंसिव होने की कोई जरूरत नहीं है,बल्कि लोकतंत्र कमजोर करने की किसी भी कोशिश के खिलाफ लड़ने की आवश्यकता है ।रामविलास पासवान ने उपेंद्र कुशवाहा पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब वे कहते हैं हार जाएंगे तो खून खराबा होगा ।यह तो सरासर चोर की दाढ़ी में तिनका वाली बात है ।केंद्रीय मंत्री ने कहा,’मैंने पहले ही कहा था कि पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए ।जब विरोधी हार रहे हैं,तो ईवीएम में गड़बड़ी का बहना बना रहे हैं’ ।

पुलिस ने जारी किया हाई अलर्ट

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के ‘खूनी धमकी’ वाले बयान पर बिहार पुलिस ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है ।पुलिस मुख्यालय ने पटना समेत बिहार के सभी जिलों को हर हाल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने को कहा है ।निर्देश में ये भी कहा गया है कि इसके लिए जो भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं वे उठाए जाएं ।ADG कुंदन कृष्णन ने कहा कि सभी मतगणना केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती गई है । लेकिन कहीं भी किसी तरह की हिंसा हुई तो इसके लिए उपेंद्र कुशवाहा सीधे तौर पर जिम्मेवार होंगे ।उन्होंने भरोसा दिया कि किसी भी तरह की हिंसक कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी और हिंसा करने वालों को किसी सूरत में बख्शा भी नहीं जाएगा ।विभिन्न जिलों के एसपी को यह निर्देश दिया गया है कि हर हाल में लॉ एंड ऑर्डर बना रहे इसके लिए कड़े कदम उठाएं ।

क्या कहते हैं पूर्व चुनाव आयुक्त ?

ईवीएम विवाद पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा है कि ईवीएम से किसी भी तरह की छेड़छाड़ मुमकिन नहीं है ।पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि ईवीएम को किसी भी माध्यम से हैक नहीं किया जा सकता है ।उन्होंने कहा कि ईवीएम स्टैंड-अलोन मशीनें हैं ।अगर किसी ने इसको हैक करने की कोशिश की तो ये फैक्ट्री मोड में चली जाती है ।इसलिए ऐसे अफवाहों से बचने की जरूरत है ।तमाम सच्चाई के बाबजूद, ईवीएम की अस्मत और आबरू पूरी तरह से खतरे में है ।हम ईश्वर से दुआ करते हैं कि किसी तरह से ईवीएम की ईज्जत लूटने से वे बचा लें ।ये मौसमी और भोकाल भेड़िए सब,23 मई को ईवीएम के चिथड़े उड़ा डालेंगे ।

पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष”रिपोर्ट

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