इन्दिरा आईवीएफ गया सेंटर ने क्लीन इंडिया-ग्रीन इंडिया थीम पर किया भव्य आयोजन
वन रक्षा का संकल्प दिलवाकर दम्पतियों को बांटे पौधे
सिटी पोस्ट लाइव : निःसंतानता का दर्द क्या होता है इसे वही समझ सकता है जो इस दौर से गुजर रहा होता है या गुजर चुका है, यह शब्द उपचार से लाभान्वित दम्पतियों ने इन्दिरा आईवीएफ क्लिनिक (ए यूनिट ऑफ़ इन्दिरा आईवीएफ हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड) थर्ड फ्लोर, एबोव वुडलैंड शोरूम नियर होटल सम्राट, राय काशीनाथ मोर मोहल्ला-स्वराजपूरी रोड, सिविल लाइन्स गया के सेंटर में एक समारोह के दौरान कहे। इन्दिरा आईवीएफ गया सेंटर ने कुशल चिकित्सा सुविधाओं और अनुभवी चिकित्सकों के माध्यम से आईवीएफ को सुलभ और रियायती बनाया है।
सेंटर में क्लीन इंडिया-ग्रीन इंडिया अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें लाभान्वित और उपचाररत दम्पतियों का सम्मान करते हुए उन्हें पौधे भेंट किए गए और खुशियां बांटी गयी। ग्रुप द्वारा 90 हजार सफल आईवीएफ प्रक्रियाएं पूरी होने पर निःशुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर 31 दिसम्बर तक सेंटर में चलाया जा रहा है जिसमें दम्पती विशेषज्ञ से परामर्श का लाभ ले सकते हैं। इन्दिरा आईवीएफ के सीईओ और सह-संस्थापक डाॅ क्षितिज मुर्डिया ने उत्साह बढ़ाते हुए अपने संदेश में कहा कि हाॅस्पिटल की सफलता में मरीजों को मिली संतुष्टि तथा स्टाॅफ की लगन और मेहनत काफी महत्वपूर्ण होती है और इसी की बदौलत आज हमने 90 हजार सफल आईवीएफ प्रक्रियाएं पूरी करने का मुकाम हासिल किया है।
बिहार हेड डाॅ दयानिधि ने बताया कि क्लीन इंडिया – ग्रीन इंडिया अभियान में अपनी हिस्सेदारी के तहत दम्पतियों को स्वच्छता और पेड़ों का महत्व समझाने और अभियान से जोड़ने के लिए हमने यह कार्यक्रम आयोजित किया है। दम्पतियों को पौधे भेंट करने का उद्देश्य, जिस तरह माँ के गर्भ में संतान विकसित होती है और जन्म के बाद उसका विकास होता है उसी प्रकार पौधे का पालन-पोषण और रक्षा संतान की तरह करने का संदेश देना है। यहां दम्पतियों से स्वच्छता और वन रक्षा का संकल्प दिलवाया गया। आईवीएफ स्पेशलिस्ट और सेंटर हेड डाॅ वर्षा श्रीवास्तव ने बताया कि दम्पतियों में निःसंतानता और इसके उपचार के बारे में जागरूकता का अभाव है।
दम्पती को गर्भधारण नहीं होने पर इंतजार में समय गंवाने के बजाय उपचार की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। महिला तथा पुरुषों की निःसंतानता संबंधी समस्याओं का आईवीएफ जैसी आधुनिक तकनीकों से उपचार किया जा सकता है। हमारा लक्ष्य देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी रियायती दरों में उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाना है ताकि कोई भी दम्पती उपचार के अभाव में संतान सुख से वंचित नहीं रहे। आमतौर पर दम्पती आईवीएफ को अंतिम विकल्प मानते है लेकिन यह आखिरी नहीं श्रेष्ठ विकल्प बनकर सामने आया है। समारोह में डॉक्टर्स, स्टाॅफ और दम्पतियों ने अपने विचार रखे।
गया से जीतेन्द्र कुमार की रिपोर्ट
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