सिटी पोस्ट लाइव : बिहार (Bihar) के मुंगर (Munger)से एक बड़ी खबर आ रही है. सुरक्षाबलों को नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है. एसटीएफ और मुंगेर पुलिस ने संयुक्त अभियान (Joint Operation) चलाकर आठ नक्सलियों समेत दस लोगों को गिरफ्तार (Naxals Arrested) किया है. पुलिस ने तीन दिन तक ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों को धर दबोचने में कामयाबी पाई. गिरफ्तार लोगों में हार्डकोर नक्सली पुनीत मंडल और नक्सलियों को हथियार एवं गोलियों की सप्लाई करने वाला पूर्व नक्सली डब्लू चौरसिया भी शामिल है.
गिरफ्तार नक्सलियों के नाम- पुनीत मंडल, डब्लू चौरसिया, भीम तुरी, कारे खैरा, शंभू तुरी, संजय यादव, बमबम यादव, सुनील तुरी हैं. इनके पास से .315 बोर की राइफल. पॉइंट टूटू (.22) की एक राइफल, एसएलआर की गोलियां, थ्री नोट थ्री बोर की गोलियां, एसएलआर की दो मैगजीन, एक मास्केट, एक देसी कट्टा, एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, डेटोनेटर 200 मीटर तार, सफेद रंग का संदिग्ध पाउडर, भाकपा माओवादी संगठन का लेटर पैड बरामद किया गया है.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) लिपि सिंह ने बताया कि 15 दिन पहले को उन्हें यह गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा द्वारा खडगपुर इलाके में संगठन को विस्तार देने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा नक्सलियों के हथियार और गोलियां जुटाने की भी तैयारियां थी. सिंह ने बताया कि उनके निर्देश पर पिछले दो सप्ताह से पुलिस की जिला इकाई द्वारा खड़गपुर, बरियारपुर, नया रामनगर थाना क्षेत्रों में माओवादियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी और जानकारी जुटाई जा रही थी.
सिंह ने बताया कि पुनीत मंडल की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है. पुनीत मंडल 20 वर्षों से माओवादी गतिविधियों में शामिल रहा है और हाल में हुए एसटीएफ के साथ मुठभेड़ मामले में दर्ज प्राथमिकी का यह नामजद अभियुक्त भी है. बाबा के नाम से मशहूर पुनीत मंडल का केवल यहां ही नहीं बल्कि पूरे खड़गपुर, बरियारपुर और नया रामनगर के इलाकों में खासा प्रभाव और दबदबा था.
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